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गुजरात के अस्पताल में 24 घंटों के अंदर 9 बच्चों की मौत से हड़कंप, कांग्रेस हुई हमलावर

इन मौतों के बाद कांग्रेस ने गुजरात सरकार से इस पर जवाब मांगा है. हालांकि अस्पताल प्रशासन किसी असामान्य घटना से इंकार कर रहा है.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
दिनेश अग्रहरि/गोपी घांघर
  • अहमदाबाद,
  • 29 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 8:49 AM IST

गुजरात के अहमदाबाद स्थ‍ित सिविल अस्पताल में शुक्रवार रात से शनिवार रात के बीच 9 नवजात बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया है. इन मौतों के बाद कांग्रेस ने गुजरात सरकार से इस पर जवाब मांगा है. हालांकि अस्पताल प्रशासन किसी असामान्य घटना से इंकार कर रहा है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार पांच बच्चे बाहर के अस्पतालों से यहां इलाज के लिए रेफर किए गए थे, ज़बकि 4 सिविल अस्पताल में ही पैदा हुए थे. ये बच्चे बेहद कमजोर थे और कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे.

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इस घटना पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने ट्वीट कर कहा कि गुजरात सरकार को इसके लिए जवाबदेही स्वीकार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार या तो यह स्वीकार करे कि डॉक्टरों ने लापरवाही की या तो यह माने कि उनकी माताएं कुपोषित थीं.

कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि एक दिन में 9 बच्चों की खबर सुनकर वे बेहद दुखी हैं, यह घटना सरकार के स्वास्थ्य के बारे में लापरवाह और सुस्त रवैए को उजागर करती है.

बच्चों की मौत की वजह कम वजन का होना बताया जा रहा है.  प्राप्त जानकारी के अनुसार 5 बच्चों को लुनावाड़ा, सुरेंदरनगर, मनसा, विरमगम और हिम्मतनगर के विभिन्न अस्पतालों से गंभीर हालत में सिविल अस्पताल अहमदाबाद के लिए रेफर किया गया था.

इन बच्चों का वजन एक किलो के आसपास का था, जबकि सामान्य तौर पर किसी नवजात का वजन 2.5 किलो होना चाहिए. इन बच्चों को एसिफिक्सिया, एक्स्ट्रीम प्रीटर्म बर्थ एसिफिक्सिया और मेकोनियसम एस्प‍िरेशन सिंड्रोम जैसी बीमारियां थीं.

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घटना के समय सभी डॉक्टर्स और नर्स नियोनैटल इंटेन्सिव केयर यूनिट में अपनी ड्यूटी पर थे. यह गुजरात में बच्चों का सबसे अंतिम रेफरल सेंटर है जिसमें करीब 100 बेड हैं.

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