
पूरब में त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब के बाद अब देश के पश्चिमी छोर गुजरात के सीएम विजय रूपाणी अपने बयान से चर्चा में आ गए हैं. विजय रूपाणी ने पौराणिक चरित्र नारद के बारे में कहा है कि वे गूगल की तरह सब कुछ जानते थे.
'देवर्षि नारद जयंती' मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही. यह कार्यक्रम आरएसएस के मीडिया से जुड़े संगठन विश्व संवाद केंद्र ने आयोजित किया था.
उन्होंने कहा कि नारद को उसी तरह से पूरी दुनिया के बारे में जानकारी थी, जैसा कि आजकल के इंटरनेट सर्च इंजन गूगल को है. रूपाणी ने कहा, 'यह आज भी प्रासंगिक है कि नारद एक सूचनाएं रखने वाले व्यक्ति थे. वह पूरी दुनिया की जानकारी रखते थे. मानवता की भलाई के लिए सूचनाएं इकट्ठा करना उनका धर्म था और आज भी इसी की जरूरत है.'
उन्होंने कहा, 'गूगल उसी तरह से सूचना का स्रोत है जैसे नारद थे. दुनिया में जो कुछ हो रहा हो, वे उसकी जानकारी रखते थे.' लोकतंत्र में मीडिया के महत्व पर अपने विचार रखते हुए रूपाणी ने इस बारे में पीएम मोदी के बयान का हवाला देते हुए कहा कि मीडिया सरकार के कामकाज पर टिप्पणी कर सकती है, लेकिन उसे 'निष्पक्ष और विश्वसनीय' होना चाहिए.
गौरतलब है कि इसके पहले त्रिपुरा के सीएम विप्लब देब अपने तमाम अजीबोगरीब बयानों के लिए काफी चर्चा में रहे हैं. देब को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए अभी कुछ ही महीने हुए और उन्होंने कई ऐसे बयान दिए हैं, जिनकी व्यापक आलोचना हुई है. हाल ही में वह सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे छात्रों को अजीबोगरीब सलाह देकर चर्चा में रहे. देब ने कहा कि सिर्फ सिविल इंजीनियर्स को ही सिविल सर्विस परीक्षा के लिए आवेदन करना चाहिए.
इससे पहले बिप्लब देब महाभारत काल में इंटरनेट और मिस वर्ल्ड में इंडियन ब्यूटी को लेकर भी विवादित बयान दे चुके हैं. उन्होंने नई साइंटिफिक थ्योरी देते हुए दावा किया था कि इंटरनेट महाभारत के दौर में भी था और तब इसका इस्तेमाल किया जाता था.