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गुजरात का रण जीतने के लिए BJP का नया कार्यक्रम, 48 हजार कार्यकर्ता करेंगे डोर-टू डोर मीटिंग

यूपी-उत्तराखंड में प्रचंड जीत का परचम लहराने के बाद अब बीजेपी ने गुजरात का रण एक बार फिर जीतने को लेकर कमर कस ली है. इसके लिए गुजरात बीजेपी ने डोर-टू डोर मीटिंग शुरू कर दी है.

गुजरात के सीएम विजय रुपानी गुजरात के सीएम विजय रुपानी
गोपी घांघर
  • गांधीनगर,
  • 30 मई 2017,
  • अपडेटेड 3:01 PM IST

यूपी-उत्तराखंड में प्रचंड जीत का परचम लहराने के बाद अब बीजेपी ने गुजरात का रण एक बार फिर जीतने को लेकर कमर कस ली है. इसके लिए गुजरात बीजेपी ने डोर-टू डोर मीटिंग शुरू कर दी है.

बीजेपी की इस विशेष कैंपेनिंग में 48 हजार विस्तारक शामिल हैं. जो डोर-टू डोर जाकर जनता से संवाद कर रहे हैं. इस डोर-टु-डोर मीटिंग में न सिर्फ बीजेपी के कार्यकर्ता शामिल होंगे. बल्कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी और गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष समेत मंत्री भी हिस्सा लेंगे. मुख्यमंत्री विजय रुपानी खुद मीटिंग कर रहे हैं.

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गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. बीजेपी ने 182 सीटों में से 150 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. यही वजह है कि बीजेपी अपना टारगेट अचीव करने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रही है.

इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए थोड़ा अलग है. आरक्षण के मुद्दे पर पाटीदारों ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. साथ ही ठाकुर सेना और दलित आंदोलन ने भी बीजेपी की चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में बीजेपी घर-घर जाकर अपनी सरकार के काम का डंका पीट रही है और जनता से वोट की अपील कर रही है.

दरअसल, बीजेपी ने गुजरात में पिछले तीन चुनाव नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीते हैं. 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी को गुजरात से दिल्ली आना पड़ा. ऐले में मोदी की गैरमौजूदगी गुजरात की लीडरशीप में साफ झलक रही है. वहीं पिछले 22 साल की एंटी इंकम्बेंसी के चलते ग्रामीण इलाकों में बीजेपी की स्थिती काफी कमजोर नजर आ रही है.

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ऐसे में विस्तारकों के जरीये बीजेपी डोर-टू-डोर मीटिंग कर हर घर तक पहुंचना चाहती है. साथ ही जहां मीटिंग हो जाती है, वहां 'मेरा घर बीजेपी का घर' लिखा पोस्टर भी चिपका रहे हैं. जिसके जरिये बीजेपी एक बार फिर अपनी नैय्या पार लगाने की तैयारी कर रही है.

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