Advertisement

जानें भक्तों को क्यों नपुंसक बनाते हैं राम रहीम जैसे 'बाबा'...

साधु रहे हंसराज चौहान ने 17 जुलाई 2012 को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर राम रहीम पर  2000 से 2005 के बीच 400 साधुओं को नपुंसक बनाए जाने का आरोप लगाया था.

राम रहीम और आसाराम राम रहीम और आसाराम
कुबूल अहमद
  • नई दिल्ली,
  • 28 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 12:29 PM IST

रेप केस में दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर ऐसे तो कई संगीन आरोप है. इस फेहरिस्त में उनपर साधुओं को नपुंसक बनाने का भी इल्जाम है. ऐसा ही आरोप यौन शोषण के मामले में जेल में बंद आसाराम बापू पर भी लग चुका है कि दावाओं के जरिए वह अपने सेवादारों को नपुंसक बनाते थे. अखिर क्या वजह है कि ये बाबा अपने ही भक्तों को नपुंसक बनाए जाने जैसा अनैतिक कदम उठाते हैं.

Advertisement

400 साधुओं को नपुंसक बनाया

गौरतलब है कि राम रहीम के पूर्व  ड्राइवर खट्टा सिंह ने 2007 में एक टीवी चैनल के खुलासे में कहा था कि राम रहीम के आश्रम में महिलाओं का सिर्फ यौन शोषण ही नहीं बल्कि  साधुओं को नपुंसक बनाया जाता है. डेरा सच्चा सौदा में साधु रहे हंसराज चौहान ने 17 जुलाई 2012 को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर राम रहीम पर  2000 से 2005 के बीच 400 साधुओं को नपुंसक बनाए जाने का आरोप लगाया था.

डाक्टर के जरिए बनाए जाते  नपुंसक

उन्होंने कहा कि डेरा प्रमुख के इशारे पर डेरा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम साधुओं को नपुंसक बनाती हैं. उन्होंने 166 साधुओं का नाम भी बताया था. हंसराज ने कहा त साधु बाबा उसे पार्थना के बाद नशे के कैप्सूल देता था. जिसके बाद उसके साथ क्या होता, उसे भी मालूम नहीं होता था.

Advertisement

पत्रकार के हत्यारे साधु भी नपंसुक

फतेहाबाद के कस्बा टोहाना के रहने वाले हंसराज चौहान की याचिका में यह भी बताया था कि पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में आरोपी निर्मल और कुलदीप भी डेरा सच्चा सौदा के नपुंसक साधु हैं. जेल में बंद डेरा के साधुओं ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे नपुंसक है, लेकिन वे अपनी मर्जी से बने हैं. यह मामला फिलहाल अदालत में विचाराधीन है.

आसाराम भी बनाता था नपुंसक

 यौन उत्पीड़न मामले में जेल में बंद आसाराम पर भी नपुशंक बनाए जाने का आरोप है. आसाराम के एक पूर्व सेवादार शिवनाथ ने आरोप लगाया था कि आसाराम अपनी दावाओं से सेवादारों को नपुंसक बनाते हैं. शिवनाथ का कहना था कि नपुंसक बनाने की  दवा आसाराम जड़ी बूटी के जरिए बनाते थे. सेवादारों को यह दवा खाने के लिए मजबूर किया जाता था.

क्यों बनाते हैं नपुंसक

समाजशास्त्री प्रोफेसर इम्तियाज अहमद कहते हैं कि आज के मार्डन बाबा अपने भक्तों को गुलाम बनाए रखने के मकसद से नपुंसक बनाते हैं. ताकि वह मानसिक रूप के साथ-साथ शारीरिक रूप से भी उनका गुलाम बना रहे.  नुपंसक बनाने की पीछे वजह ये भी है कि इंसान की सारी ख्वाहिश ही खत्म कर दी जाए, जिससे वो अपने परिवार, घर, खानदान सब को त्याग कर उनका गुलाम बना रहे. नपुंसक बनाकर उनकी मनोस्थिति पर धार्मिक अडंबर के जरिए कब्जा करना है.

Advertisement

भक्त नहीं गुलाम बनकर करते हैं यौन शोषण

प्रोफेसर इम्तियाज कहते हैं कि जो भक्ती का सिद्धांत है. इस परम्परा में भक्त गुरु के सामने समर्पण  होकर उसकी भक्ती में लीन हो जाता है. लेकिन आज  के दौर के मार्डन बाबाओं ने भक्ती के सिद्धांत को पूरी तरह से बदल दिया है. इन्होंने धर्म का गलत इस्तेमाल करके और अपने भक्तों को गुलाम बनाकर रखते हैं और उनका मानसिक-शारीरिक शोषण करते हैं. यही वजह कि आज के ज्यादातर बाबाओं पर यौन शोषण के मामले सामने आ रहे हैं.

उनकी शहंशाहियत को चुनौती न दे सके

उन्होंने कहा कि आसाराम अपनी मर्दाना क्षमता बढ़ाने के लिए दवाए खाता था, तो दूसरी तरफ अपने सेवादारों को नपुंसक बनाता. इसके पीछे ये वजह ये थी कि उसकी शहंशाहियत को कोई दूसरा चुनौती न दे सके. इसी मद्दे नजर वो सभी हथकंडे अपनाए जाते हैं , जिससे भक्त पूरी जिंदगी उसका दास बनकर उनकी गुलामी करता रहे हैं और उनके हर गलत सही काम पर खामोश रहे है.

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement