
अपने 3 मासूम बच्चों और पत्नी की गला काटकर हत्या करने वाले आरोपी दरिंदे सुमित ने आजतक के कैमरे पर अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा कि उसने आर्थिक तंगी की वजह से अपने पूरे परिवार को मार डाला. इतना ही नहीं अब सुमित कह रहा है कि उसे अपने किए की सजा मिलनी चाहिए. सुमित का ये भी कहना है कि उसने पहले से परिवार को खत्म करके खुदकुशी की कोई प्लानिंग नहीं की थी.
बिहार के छपरा निवासी सुमित ने बी.टेक किया है. बी.टेक करने के बाद बेंगलुरु में नौकरी करने लगा था. जबकि उसकी पत्नी तीन बच्चों के साथ इन्दिरापुरम में किराए के फ्लैट में रहती थी. वो एक प्ले स्कूल में पढ़ाती थी. सब ठीक चल रहा था, लेकिन जनवरी में सुमित की नौकरी चली गई. इसके बाद सुमित परेशान रहने लगा.
सुमित की पत्नी अंशुबाला को प्ले स्कूल में पढाने के केवल 4 से 5 हजार रुपये मिलते थे. लेकिन घर चलाने के लिए ये रुपये कुछ भी नहीं थे. सुमित को नशे की भी आदत थी. इस चक्कर में उसकी दोस्ती एक मेडिकल स्टोर वाले से हो गई थी. इस मेडिकल स्टोर वाले के पास बहुत सी प्रतिबंधित दवाईंया थी. जिनसे सुमित नशा करता था.
सुमित की आर्थिक हालत धीरे-धीरे बहुत खराब होती जा रही थी. वो अपने बच्चे की स्कूल फीस भी नहीं भर पाया था. एक बार इसके दोस्त ने इसके बेटे की स्कूल की फीस भरी थी. एक बार इसने अपनी पत्नी से परिवार समेत खुदकुशी की बात की, तो पत्नी ने साफ मना कर दिया. लेकिन सुमित के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था.
वो मेडिकल स्टोर पर गया. हुकुम मेडिकल स्टोर वाला कोई ऑनलाइन बैंक ट्रांजेक्शन कर रहा था. जो उससे नहीं हो पा रहा था. उसने सुमित से मदद मांग ली. बस सुमित ने मौके का फायदा उठाया और एक लाख रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए. ये बात मेडिकल स्टोर वाले को पता भी नहीं चली.
इसके बाद उसने मेडिकल वाले से ही नींद की दवा ली और साइनाइड भी खरीदा. फिर 20 अप्रैल की रात उसने एक स्थानीय दुकान से चाकू खरीदा. फिर उसने कोल्ड ड्रिंक खरीदकर उसमें नींद की दवा मिला दी. वो कोल्ड ड्रिंक उसने तीनों बच्चों और पत्नी को पिला दी. जब वो सो गए तो उसने सबसे पहले अपनी पत्नी की हत्या की. फिर एक-एक कर तीनों बच्चों का गला रेत दिया.
हत्या के बाद सुमित ने खून से लथपथ अपने कपड़े बदले. फिर बाहर आया और चाकू को झाडियों में फेंक दिया. उसने एक कैब बुलाई और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा पहुंचा. वहां उसने किसी दलाल से त्रिवेंद्रम राजधानी का टिकट खरीदा और ट्रेन में बैठ गया. रास्ते में उसने अपना गुनाह कबूलते हुए एक वीडियो बनाया और अपने घरवालों को भेज दिया. वीडियो में उसने कहा कि वो खुदकुशी करने जा रहा है.
फिर उसने सायनाइड खा लिया. लेकिन वो नकली निकला और उसे कुछ नहीं हुआ. तब उसने ट्रेन से कूदकर जान देनी चाही लेकिन वो डर गया. इसके बाद वो उडुपी के मनिपाल पहुंच गया. इस दौरान पुलिस लगातार उसे ट्रैक कर रही थी. लिहाजा पुलिस को उसकी लोकेशन मिल गई. यूपी पुलिस ने तुरंत उडुपी पुलिस से संपर्क किया. और इसके बाद उनकी मदद से ही यूपी पुलिस ने सुमित को गिरफ़्तार कर लिया.
पुलिस ट्रांज़िट रिमांड पर आरोपी सुमित को गाज़ियाबाद ले आई. सुमित की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया गया है. पुलिस ने मेडिकल स्टोर के मालिक को पहले ही गिरफ़्तार कर लिया था. पुलिस ने उसके स्टोर से कई प्रतिबंधित दवाएं बरामद की हैं. जिसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दे दी गई है.