
कोरोना वायरस इन दिनों हैकर्स के लिए बेट यानी चारा का काम कर रहा है. दुनिया भर में कोरोना वायरस को लेकर एक तरह की इमरजेंसी जैसी स्थिति बनी हुई है.
टेक कंपनियां और हेल्थ ऑर्गनाइजेशन कोरोना वायरस को लेकर जानकारी और बचाव के तरीकों के बारे में वेबसाइट बना रही हैं.
रिसर्च फर्म चेक प्वॉइंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक हैकर्स यूजर्स को नुकसान पहुंचाने के मकसद से हजारों ऐसी वेबसाइट तैयार कर रहे हैं जो खतरनाक हैं.
कोरोना वायरस को लेकर वेबसाइट बनाई जा रही हैं और जैसे ही यूजर इन वेबसाइट को ऐक्सेस करता है उसका नुकसान होता है.
THN की एक रिपोर्ट के मुताबिक हैकर्स कोरोना वायर COVID-19 आउटब्रेक को कंप्यूटर वायरस इंजेक्ट करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. यहां तक के कोरोना वायरस नाम से जुड़े डोमेन की भारी मात्रा में खरीदारी भी चल रही है.
कोरोना वायरस से जुड़े डोमेन को खरीद कर इन्हें डार्क वेब में महंगी कीमत पर बेचा जा रहा है. रिसर्चर्स के मुताबिक डोमेन रजिस्ट्रेशन में भारी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. ये आम दिनों के मुकाबले 10 गुना ज्यादा है.
कोरोना वायरस थीम वेबसाइट बना कर भी हैकर्स लोगों का चूना लगा रहे हैं. इतना ही नहीं ईमेल में अटैचमेंट्स के जरिए भी लोगों के मोबाइल और कंप्यूटर हैक किए जा रहे हैं.
हमने आपको पहले भी बताया है कि कोरोना वायरस से जुड़े ईमेल भेज कर किस तरह से हैकिंग की जा रही है. आम तौर पर लोग पैनिक में आ कर इस तरह के अटैचमेंट ओपन करते हैं और फिर इससे हैकर्स का काम आसान हो जाता है.
भूल कर भी न करें ये गलती
WHO की वेबसाइट पर कोरोना वायरस से जुड़ी तमाम तरीके जानकारियां उपलब्ध है. भारत सरकार ने भी गाइडलाइन जारी की है. हेल्थ मिनिस्ट्री की वेबसाइट पर आप इसे पढ़ सकते हैं. हमारी वेबसाइट पर भी लगातार आप कोरोना वायरस से जुड़ी रिपोर्ट्स और आंकड़े पढ़ सकते हैं.
किसी भी ऐसी वेबसाइट न ओपन करें जहां कोरोना के वैक्सीन या फिर कोरोना की दवा बेचने का दावा करती है. अभ तक इसकी दवा उपल्प्ध नहीं है.
ऐसे ईमेल न खोलें जिसमें कोरोना वायरस के बारे में कोई अटैचमेंट है और आपको शक है कि वो किसी ऑथेन्टिक सेंडर द्वारा नहीं भेजा गया है.
इसी तरह वॉट्सऐप या किसी दूसरे इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप और सोशल मीडिया पर कोरोना वायर के इलाज से जुड़े अटैचमेंट डाउनलोड न करें.
पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के चपेट में आ रही है और कई देशों में इसके वैक्सीन पर काम चल रहा है. जैसे ही कोई कामयाबी मिलती है आपको WHO से लेकर लोकल हेल्थ मिनिस्ट्री से जानकारी मिलेगी.
पैनिक में आ कर आप अपने बैंक अकाउंट या फिर संवेदनशील जानकारियों से हाथ धो बैठेंगे, इसलिए भूल कर भी इस तरह की गलतियां न करें.