
पूर्व कानून मंत्री हंसराज भारद्वाज का रविवार शाम निधन हो गया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हंसराज भारद्वाज पार्टी में कई ओहदे वाले पदों पर रह चुके हैं. इसके साथ ही हंसराज भारद्वाज आजादी के बाद कानून मंत्री के रूप में दूसरा सबसे लंबा कार्यकाल बिताने वाले कानून मंत्री के रूप में भी जाने जाते हैं.
19 मई 1937 को हरियाणा के रोहतक जिले में जन्मे हंसराज भारद्वाज का 82 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हुआ. उनकी शादी 29 फरवरी 1960 को प्रफुला भारद्वाज से हुई, जिनसे उन्हें 2 बेटी और एक बेटा है. वहीं हंसराज भारद्वाज ने एमए, एलएलबी किया था. कांग्रेस नेता हंसराज भारद्वाज सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील के तौर पर भी अपनी पहचान रखते थे.
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हंसराज भारद्वाज ने यूपीए के कार्यकाल के वक्त कानून मंत्री के रूप में सबसे लंबा वक्त बिताया था. हंसराज भारद्वाज 22 मई 2004 से 28 मई 2009 तक कानून मंत्री रहे हैं. इसके अलावा भारद्वाज दूसरे ऐसे कानून मंत्री थे, जिनका आजादी के बाद सबसे लंबा कार्यकाल रहा.
इन पद पर भी दी सेवाएं
हंसराज भारद्वाज 31 दिसंबर 1984 से नवंबर 1989 तक कानून राज्य मंत्री, 21 जून 1991 से 2 जुलाई 1992 तक योजना और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), 3 जुलाई 1992 से मई 1996 तक कानून, न्याय और कंपनी मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री भी रहे हैं.
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हंसराज भारद्वाज कानून मंत्री के बाद राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. भारद्वाज कर्नाटक और केरल के राज्यपाल रहे हैं. भारद्वाज 2009 से 2014 तक कर्नाटक के राज्यपाल रह चुके हैं. वहीं 2012-13 तक वो केरल के राज्यपाल भी रहे हैं. इसके अलावा हंसराज भारद्वाज 1982, 1994, 2000 और 2006 में हरियाणा से राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं.