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2019 लोकसभा चुनाव से पहले गैर बीजेपी दलों को एक प्लेटफार्म पर लाने का प्रयास कर रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यूपी और हरियाणा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात जायेंगे. पाटीदार आंदोलन का नेतृत्व कर रहे और पीएम मोदी के धुर विरोधी माने जाने वाले हार्दिक पटेल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गुजरात आने का न्योता दिया है. नीतीश कुमार के गुजरात जाने का अभी कार्यक्रम तो तय नहीं हुआ है लेकिन इस खबर के आते ही राजनितिक गलियारों में चर्चा तेज हो गयी है.
दरअसल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में राजगीर में संपन्न हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अधिवेशन में पाटीदारों (पटेल), मराठों, गुर्जरों और जाटों के आंदोलनों को समर्थन देने का ऐलान किया था. नीतीश कुमार के इस ऐलान का असर दिखा और पाटीदार आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हार्दिक पटेल, मराठा क्रांति मोरचा के संयोजक ब्रिगेडियर सुधीर सामंत, जाट महासभा के डॉ यदुवीर सिंह और राजस्थान गुर्जर आंदोलन के संयोजक हिम्मत सिंह ने नीतीश कुमार के बयान का स्वागत करते हुए उन्हें गुजरात आने का बुलाबा भेज दिया.
हार्दिक पटेल, मराठा क्रांति मोरचा, गुर्जर आंदोलन और जाट महसभा ने नीतीश कुमार को अपने-अपने प्रदेश में आमंत्रित किया है और उनके नेतृत्व में आस्था प्रकट करते हुए अभिनंदन करने का प्रस्ताव दिया है.
हार्दिक पटेल ने नीतीश कुमार के नाम भेजे अपने पत्र में कहा कि हमारा समाज गुजरात में पाटीदार, महाराष्ट्र में मराठा, राजस्थान में गुर्जर और दक्षिण भारत में कापू कम्मा रेड्डी के नाम से जाना जाता है. हमारा समाज आरक्षण के अपने संवैधानिक अधिकार की मांग कर रहा है. आपने हमारी मांग का समर्थन किया है, इसलिए आप गुजरात आएं, हम आपका अभिनंदन करना चाहते हैं. इसी प्रकार का अनुरोध मराठा क्रांति मोरचा, गुर्जर सभा और जाट महासभा ने भी किया है. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि गुर्जर और जाट महासभा के संयोजक ने फोन पर उनसे बात की है और जदयू अध्यक्ष के आगमन की तिथि तय करने का अनुरोध किया है.
राजगीर में जेडीयू के राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी ने नीतीश कुमार को 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकल्प खड़ा करने के लिए देश भर में गैरभाजपा दलों को एकजुट करने के लिए अधिकृत किया है.
विदित हो कि नीतीश कुमार ने राजगीर अधिवेशन में किसानों की समस्या का जिक्र करते हुए कहा था कि खेती-किसानी से जुड़े पाटीदार, गुर्जर, मराठा और जाट अब आरक्षण की मांग कर रहे हैं. आमतौर पर यह वर्ग मुख्य रूप से खेती पर निर्भर है, लेकिन अब इनकी माली हालत खराब हो गयी है.
इधर पटेल नव निर्माण सेना के अध्यक्ष हार्दिक पटेल के पत्र का जदयू ने स्वागत किया है. त्यागी ने कहा कि हार्दिक पटेल ने अपने बयान में नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना की है. उन्होंने कहा कि हार्दिक पटेल के आमंत्रण पर नीतीश कुमार गुजरात जायेंगे. लेकिन, इसकी तिथि शीर्ष नेतृत्व से विचार के बाद घोषित की जायेगी.
इससे पहले यूपी चुनाव को ध्यान में रखते हुए जेडीयू अजित सिंह की पार्टी रालोद के साथ हाथ मिला चुके हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हरियाणा में चौधरी देवी लाल के बेटे की पार्टी इंडियन लोक दल की रैली में भी शामिल हो चुके हैं.