
हर्षित शर्मा और रविशंकर शर्मा, ये दो नाम हैं, जिन्होंने कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय की ओर से घोषित मास्टर ऑफ जर्नलिज्म (एमजे) के फाइनल में एक जैसे नंबर हासिल किए हैं. इन दोनों ही छात्रों को चार सेमेस्टर के कुल 2000 अंकों में 1595-1595 नंबर मिले हैं. ये दोनों विश्वविद्यालय के टॉपर बने हैं. विभाग अब एक ही विभाग के दो लोगों को गोल्ड मेडल देगा.
पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मानसिंह परमार ने इन छात्रों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. गौरतलब है कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय ने बीते रविवार की शाम परीक्षा परिणाम घोषित किए थे.
हर्षित और रविशंकर ने खास बातचीत में अपनी बहुत-सी समानताएं साझा कीं. उन्होंने अपने चारों सेमेस्टर में मिले नंबरों की जानकारी भी दी. उनके अनुसार, चारों सेमेस्टर में वे बहुत कम अंकों के साथ आगे-पीछे ही रहे, लेकिन फाइनल में एक समान नंबरों ने हर्षित और रविशंकर दोनों को ही हैरान कर दिया.
माता-पिता को दिया सफलता का श्रेय
पहले सेमेस्टर में हर्षित को 379 तो रविशंकर को 380 नंबर मिले, इसी तरह दूसरे सेमेस्टर में क्रमश: 364-380, तीसरे सेमेस्टर में 409-396 और चौथे सेमेस्टर में 442-438 अंक मिले. ये दोनों ही छात्र अपने सफलता का श्रेय माता-पिता के साथ ही अपने विभाग के प्रमुख राजीव नयन पांडे और सहायक प्राध्यापक नृपेंद्र शर्मा को देते हैं. इन दोनों ही शिक्षकों के अनुशासन और मार्गदर्शन में उन्हें आज यह सुअवसर प्राप्त हुआ है.
हर्षित शर्मा ने बताया कि उन दोनों की पढ़ाई में काफी समानताएं रहीं. वे दोनों ही एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं. चौथी से 10वीं तक की पढ़ाई एक साथ की. उसके बाद अलग-अलग स्कूलों में पढ़े, लेकिन संयोगवश परीक्षा केंद्र एक ही रहा.
एक समान नंबर आना महज संयोग
रविशंकर शर्मा भी एमजे फाइनल में एकसमान अंक पाने को संयोग मानते हैं. उनका कहना है कि लक्ष्य को ध्यान रखकर सफलता मिली है. वे दोनों बीजेएमसी और एमजे भी साथ ही साथ कर रहे हैं. साथ पढ़े, खेल और एक समान परिणाम से वे बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं.
रविशंकर शर्मा ने बताया कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में अपने विभाग की ओर बतौर पत्रकार उन्हें पहली बार रिपोर्टिग करने का अवसर मिला.
प्रथम दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के बतौर पत्रकारिता विश्वविद्यालय पहुंचे दलाई लामा के हाथों जब छात्रों को उपाधि प्रदान की जा रही थी, तब उन्होंने भी लक्ष्य निर्धारित कर लिया था कि एक दिन मुझे भी यह उपाधि लेनी है. कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मानसिंह परमार ने इन दोनों छात्रों सहित परीक्षा में सफल छात्र-छात्राओं को अपनी बधाई दी है. उन्होंने कहा कि जिस तरह ये दोनों छात्र बेहतरीन परिणामों के साथ सफल हुए हैं, उसी तरह फील्ड (कार्यक्षेत्र) में भी ये बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे, ऐसी उम्मीद है.