
भारतीय जनता पार्टी हरियाणा की सियासी जंग फतह करने और मिशन-75 प्लस सीटें जीतने के लिए हरसंभव कोशिश में लगी है. बीजेपी ने सोमवार को हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 78 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की पहली सूची जारी कर दी है. बीजेपी ने जिन नामों का ऐलान किया है, उसमें दलबदलकर भगवा झंडा थामने वाले आधे से ज्यादा विधायकों को तगड़ा झटका लगा है.
हरियाणा के बदले हुए राजनीतिक समीकरण में जीत का ख्वाब देखकर अपनी-अपनी पार्टियां छोड़कर 16 विधायकों ने ऐन चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे. हरियाणा में 10 इनेलो, चार निर्दलीय, एक बसपा और एक अकाली दल विधायक बीजेपी में शामिल हुए थे. इसके अलावा जींद सीट से इनेलो विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा का निधन हो गया था, जिसके बाद उपचुनाव में उनके बेटे डॉ. कृष्ण मिड्ढा बीजेपी का दामन थामकर विधायक बने थे.
इन विधायकों ने थामा था बीजेपी का दामन
इनेलो से बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों में हथीन से केहर सिंह रावत, रानियां से रामचंद्र कांबोज, नूंह से जाकिर हुसैन, सिरसा से मक्खन लाल सिंगला, फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद, फरीदाबाद एनआइटी से नगेंद्र भड़ाना, फतेहाबाद से बलवान सिंह दौलतपुरिया, रतिया से प्रो. रवींद्र बलियाला, नलवा से रणबीर गंगवा और जुलाना से परमिंद्र सिंह ढुल के नाम शामिल थे.
बीजेपी में शामिल होने वाले निर्दलीय विधायकों में पूंडरी से दिनेश कौशिक, सफीदों से जसबीर देसवाल, समालखा से रवींद्र मछरौली और पुन्हाना से रहीस खान शामिल थे. पृथला से बसपा के एकमात्र विधायक टेकचंद शर्मा और कालांवाली से अकाली दल विधायक बलकौर सिंह ने बीजेपी का दामन थामा था.
बीजेपी ने सोमवार को अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है. बीजेपी ने अपने इस बार अपने 7 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं. जबकि 38 मौजूदा विधायकों पर एक बार फिर भरोसा जताया है. वहीं, दूसरे दलों से बीजेपी में शामिल होने वाले 16 विधायकों में से 14 सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. बीजेपी ने 7 विधायकों को ही मौका दिया है और बाकी 7 विधायकों पर पार्टी भरोसा नहीं जता सकी है.
इन दलबदलुओं को बीजेपी ने नहीं दिया टिकट
बीजेपी ने फतेहाबाद और समालखा सीट पर प्रत्याशी के नाम की घोषणा अभी की है. इसके अलावा 14 सीटों पर प्रत्याशी के नामों का ऐलान कर दिया है, जिनमें से 7 प्रत्याशी के टिकट काटे गए हैं और 7 को मौका दिया गया है. बीजेपी ने हथीन सीट से केहर सिंह रावत की जगह प्रवीण डागर, सिरसा से मक्खन लाल सिंगला की जगह प्रदीप रितु सरिया, रतिया सीट से रवींद्र बलियाला के दर पर बीजेपी ने लक्ष्मण नापा पर भरोसा जताया है.
ऐसे ही पुंडरी से दिनेश कौशिश की जगह वेदपाल एडवोकेट, संफीदा से जसबीर देसवाल की जगह बच्चन सिंह आर्य, पुन्हाना से रहीस खान की जगह नौक्षम चौधरी और पृथला से टेकचंद्र शर्मा की जगह सोहनपाल छौकर को टिकट दिया है. इसके अलावा बाकी सीटों पर जो विधायक थे, उन्हीं पर बीजेपी ने भरोसा जताया है. दिलचस्प बात यह है कि ये 17 वो सीटें हैं, जिन्हें 2014 में बीजेपी नहीं जीत सकी थी. यही वजह थी कि बीजेपी ने इन विधायकों को अपने साथ मिलाया है और अब देखना है कि बीजेपी इन बागियों के सहारे क्या इन सीटों पर कमल खिला पाएगी.