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हरियाणा में BJP-JJP में डील फाइनल, 2 कैबिनेट और एक राज्यमंत्री पद पर बनी बात

हरियाणा में सरकार बनाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के बीच डील फाइनल हो गई है. सूत्रों के मुताबिक जेजेपी को 2 कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री का पद दिया जाएगा.

अमित शाह (फाइल फोटो) अमित शाह (फाइल फोटो)
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 25 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 8:34 PM IST

हरियाणा में सरकार बनाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के बीच डील फाइनल हो गई है. सूत्रों के मुताबिक जेजेपी को 2 कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री का पद दिया जाएगा. वहीं, जेजेपी को उपमुख्यमंत्री पद मिलेगा या नहीं, अभी यह तय नहीं हुआ है. जानकारी के मुताबिक इस पर अंतिम फैसला अमित शाह लेंगे.

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सूत्रों के मुताबिक बैठक में मेनिफेस्टो की बातों को मानने पर बीजपी तैयार हो गई है. जेजेपी के मेनिफेस्टो में बेरोजगारी दूर करने और हरियाणा में 75 फीसदी नौकरी लोकल को दिए जाने की बात कही गई थी. इसके अलावा पार्टी नेतृत्व बुजुर्ग पेंशन दिए जाने, क्रोनिक बीमारी और कैंसर पीड़ितों का फ्री इलाज करने के वादे को पूरा करने पर भी तैयार हो गई है. इसके अलावा मेनिफेस्टो में महिला सशक्तिकरण पर बल देने की भी बात कही गई थी.

बीजेपी सूत्रों के अनुसार जेजेपी के गठबंधन की एक बड़ी वजह ये भी रही कि दिल्ली में 25 लाख जाट वोटर हैं जो दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को पटकनी देने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.

हरियाणा बीजेपी की बैठक में यह फैसला लिया गया. इससे पहले बताया जा रहा था कि गठबंधन फाइनल होने बाद जेजेपी और बीजेपी के नेता अमित शाह के साथ बैठक करेंगे.

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जेजेपी के साथ अहम बैठक के लिए गृहमंत्री अमित शाह अपनी अहमदाबाद की यात्रा बीच में छोड़ कर दिल्ली वापस लौटे हैं. सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेताओं के साथ हुई बैठक में डील फाइनल हुई है.

भाजपा के पास बहुमत

हरियाणा में बीजेपी बहुमत से भले ही दूर रह गई हो लेकिन उसने जरूरी बहुमत जुटा लिया है. प्रदेश में खट्टर का मिशन सरकार पूरा होता दिख रहा है. विधानसभा में 40 सीटों पर अटकी बीजेपी को 7 निर्दलीयों समेत कुल 9 विधायकों के समर्थन का भरोसा मिल गया है. अब मनोहर लाल खट्टर राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.

बीजेपी को समर्थन देने वालों में सिरसा से हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा, एलेनाबाद से INLD के विधायक अभय चौटाला के अलावा 7 निर्दलीय विधायक शामिल हैं. समर्थन में ज्यादातर वही विधायक हैं जिन्हें बीजेपी ने टिकट नहीं दिया था लेकिन जीत के बाद वो बीजेपी को ही अपनी घर बता रहे हैं. इनमें से एक सोमवीर हैं जिन्होंने दादरी से बबीता फोगाट को हराया था.

इस तरह हरियाणा में बहुमत से दूर बीजेपी फिर से सत्ता में वापसी करने जा रही है. 90 सीटों वाली विधानसभा में जहां बहुमत का आंकड़ा 46 विधायकों का है, वहीं इन 9 विधायकों के समर्थन से बीजेपी ने 49 विधायक जुटा लिए हैं. यानी सरकार बनने में कोई दिक्कत नहीं है.

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माना जा रहा है कि मनोहर लाल खट्टर को ही विधायक दल का नेता चुना जाएगा और फिलहाल वो अकेले ही शपथ लेंगे. मंत्रिमंडल पर फैसला दिवाली के बाद लिया जाएगा.

चंडीगढ़ में विधानमंडल दल की बैठक

चंडीगढ़ में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक शनिवार को 11 बजे से होगी, जिसमें पार्टी के विधायक मुख्यमंत्री पद के लिए अपना नेता चुनने की औपचारिकता पूरी करेंगे. गुरुवार को चुनाव नतीजे आने के दिन भाजपा मुख्यालय में हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में मनोहर लाल खट्टर के नाम पर मुहर लग गई थी, इसलिए विधानमंडल दल की बैठक में भी उनके ही नाम को हरी झंडी मिलना तय है.

बैठक के बाद खट्टर के नेतृत्व में पार्टी नेता राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. हरियाणा विधानमंडल दल की बैठक में बतौर पर्यवेक्षक दिल्ली से केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह भाग लेंगे.

पार्टी सूत्रों के अनुसार, फैसला लेने के लिए संसदीय बोर्ड द्वारा अधिकृत किए जाने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दोनों नेताओं को हरियाणा में सरकार गठन की प्रक्रिया की निगरानी के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.

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