
हरियाणा के रेवाड़ी जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्रों के चुनावी रण में इस बार मुकाबला काफी रोचक होता नजर आ रहा है. गुरुग्राम से सटे रेवाड़ी जिला के तहते आने वाली तीनों विधानसभा सीटों पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है. इस बार के बदले हुए समीकरण में रेवाड़ी, बावल और कोसली तीनों विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दलों ने अपने दो-दो उम्मीदवार बदले हैं.
बता दें कि 2014 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की ऐसी लहर चली कि रेवाड़ी जिले की तीनों ही विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था. इतना ही नहीं रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से लगातार छह बार जीत दर्ज करने वाले पूर्व मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव भी इस लहर में चुनाव हार गए थे. इस बार उन्होंने खुद के बजाय बेटे चिरंजीवी राव को मैदान में उतारा है.
कांग्रेस ने रेवाड़ी से कैप्टन यादव की जगह उनके बेटे चिरंजीव राव को टिकट दिया है, तो बावल विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मंत्री डॉ. एमएल रंगा को उम्मीदवार बनाया गया है. डॉ. रंगा इनेलो सरकार में मंत्री रह चुके हैं लेकिन कांग्रेस के टिकट पर यह उनका पहला चुनाव है. कोसली से राव यादुवेंद्र सिंह पर ही एक बार फिर से दांव खेला गया है.
बीजेपी ने तीनों ही सीटों पर पिछले चुनाव में जीत दर्ज करने के बावजूद अपने दो विधायकों का टिकट काट दिया है और उनकी जगह नए चेहरे मैदान में उतारे हैं. रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से रणधीर सिंह कापड़ीवास का टिकट काटकर सुनील यादव को प्रत्याशी बनाया गया है, वहीं कोसली विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मंत्री विक्रम सिंह यादव का टिकट काटकर लक्ष्मण यादव को उम्मीदवार बनाया गया है.
बीजेपी द्वारा भी नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारने से मुकाबला खासा रोचक हो गया है. इनेलो ने भी तीनों विधानसभाओं से जिन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है वे सभी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं जेजेपी ने कोसली व रेवाड़ी से नए चेहरों को ही मैदान में उतारा है.