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हरियाणा: 'जलयुद्ध' को निकले INLD कार्यकर्ताओं को BJP विधायक ने खिलाई दूध-जलेबी

हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के कार्यकर्ता आज अभय चौटाला की अगुआई में सतलज यमुना लिंक (SYL) नहर खोदने के इरादे से कूच कर गए. INLD ने अपनी इस मुहिम को 'जलयुद्ध' का नाम दिया है और उसकी कोशिश एसवाईएल नहर के पानी को लेकर हरियाणा में अपनी राजनीति चमकाने की है.

अंबाला में दूध-जलेबी बांटते बीजेपी विधायक असीम गोयल अंबाला में दूध-जलेबी बांटते बीजेपी विधायक असीम गोयल
मनजीत सहगल
  • अंबाला,
  • 23 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 6:47 PM IST

हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के कार्यकर्ता आज अभय चौटाला की अगुआई में सतलज यमुना लिंक (SYL) नहर खोदने के इरादे से कूच कर गए. INLD ने अपनी इस मुहिम को 'जलयुद्ध' का नाम दिया है और उसकी कोशिश एसवाईएल नहर के पानी को लेकर हरियाणा में अपनी राजनीति चमकाने की है. नहर खोदने के लिए कूच करने से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि पानी को लेकर वह हरियाणा के हितों की अनदेखी नहीं होने देंगे.

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हरियाणा में बीजेपी की सरकार गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ नहर की खुदाई करने निकले INLD कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाती नजर आई. वहीं INLD कार्यकर्ता जब अंबाला से गुजर रहे थे, तो वहां अजब नजारा दिखा. अंबाला सिटी से बीजेपी विधायक असीम गोयल ने उनके लिए सड़क पर दूध और जलेबी का इंतजाम कर रखा था. गोयल का कहना है कि INLD हरियाणा की जमीन के लिए पानी नहीं, बल्कि राज्य में पूरी तरह सूख चुकी अपनी राजनीतिक जमीन को पानी देने के लिए ये राजनीतिक ड्रामा किया है. असीम गोयल ने सवाल किया कि जब INLD की खुद हरियाणा में सरकार थी, तब तो एसवाईएल पर कुछ नहीं किया था और अब जब सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हक में फैसला दे दिया, तो फावड़े-कुदाल निकाल ली. बता दें कि INLD हरियाणा विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल है और अभय चौटाला विपक्ष के नेता हैं.

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हरियाणा के कई जिलों से 'जलयुद्ध' में शामिल होने के लिए आए INLD कार्यकर्ताओं ने इस दौरान बीजेपी विधायक की ओर से पेश दूध और जलेबी का जमकर लुत्फ लिया. फरीदाबाद से आए INLD कार्यकर्ता प्रताप सिंह ठाकुर ने कहा, 'मैं फरीदाबाद से जल युद्ध सम्मलेन में भाग लेने आया हूं. बीजपी विधायक की दूध-जलेबी खाकर आनंद आ गया. जहां तक पानी का सवाल है, तो वह हमारा अधिकार है और हम इसे लेकर रहेंगे.'

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