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गांधी ही नहीं, राष्ट्रगान और राष्ट्रीय पशु पर भी सवाल उठा चुके हैं विज!

कई बार तो अनिल विज की टिप्पणियों से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार को फजीहत तक झेलनी पड़ी है.

अनिल विज अनिल विज
अमित कुमार दुबे
  • नई दिल्ली,
  • 14 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 6:04 PM IST

अपनी बेबाक टिप्पणियों के कारण हरियाणा के मंत्री अनिल विज एक बार चर्चा में हैं. उन्होंने शनिवार को कहा कि गांधी के नाम की वजह से खादी डूब रही थी इसलिए अगर खादी ग्रामोद्योग उनकी बजाय मोदी का फोटो अपने कैलेंडर और डायरी पर इस्तेमाल करता है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. विज ने तो यहां तक कहा कि नोटों से भी गांधी की फोटो हटाई जाएगी, हालांकि बाद में उन्होंने इस बयान को वापस ले लिया. कई बार तो अनिल विज की टिप्पणियों से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार को फजीहत तक झेलनी पड़ी है.

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अनिल विज के विवादित बोल की फेहरिस्त:

गांधी टोपी को लेकर विवादास्पद बयान (07 अक्टूबर 2016)
अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने पिछले साल अक्टूबर महीने में कहा था कि कांग्रेस के नेताओं को अब पारंपरिक गांधी टोपी पहनने की जगह हेल्मेट पहनना चाहिए. विज ने यह टिप्पणी कांग्रेस के एक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर के समर्थकों के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद की थी. संघर्ष में तंवर और कुछ अन्य लोग घायल हो गए, उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.

अपनी सरकार को भी नहीं छोड़ा (22 फरवरी 2016)
हरियाणा में जाट आंदोलन के बाद अनिल विज के एक बयान से पार्टी के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई थी. अनिल विज ने धमकी भरे अंदाज में कहा था कि जाट आरक्षण हिंसा में मरे लोगों को अगर मुआवजा दिया गया तो वह इस्तीफा दे देंगे. अपने बेबाक विचारों के लिए मशहूर हरियाणा के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज, कृषि मंत्री ओ पी धनकड़ के उस ट्वीट से नाराज थे, जिसमें हिंसा में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 10 लाख रुपये का मुआवजा और उसके घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की बात कही गई थी.

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गोमांस पर अनिल विज के बयान से हंगामा (12 फरवरी 2016)
पिछले साल फरवरी में ही हरियाणा के मंत्री अनिल विज के एक और बयान से हंगामा खड़ा हो गया था. उन्होंने कहा था कि जो लोग गोमांस के बिना जिंदा नहीं रह सकते, उन्हें हरियाणा नहीं आना चाहिए. विज का बयान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस बयान के बाद आया था कि राज्य में गोमांस पर रोक को लेकर कोई विवाद नहीं है. हरियाणा में साल 2015 में लागू हुए एक कानून के मुताबिक राज्य में गोमांस की बिक्री नहीं की जा सकती.

महिला अफसर से जब भिड़े अनिल विज (27 नवंबर 2015)
विवादों में रहने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज साल 2015 के नवंबर में एक बैठक के दौरान वरिष्ठ महिला पुलिस अफसर पर चिल्ला पड़े. उन्होंने अफसर से कहा 'गेट आउट'. पुलिस अफसर ने बैठक से बाहर जाने से मना कर दिया और खुद विज को झुंझला कर बैठक से जाना पड़ा. दरअसल फतेहाबाद में शराब की तस्करी मामले को लेकर अफसर और मंत्री के बीच की बहस में नौबत यहां तक पहुंच गई थी. विज ने फतेहाबाद की पुलिस अधीक्षक आईपीएस संगीता कालिया से बैठक से निकल जाने के लिए कहा. संगीता के मना करने पर विज गुस्से में बैठक से चले गए. जब विज ने संगीता से कहा 'गेट आउट', तब संगीता ने कहा, 'मैं नहीं जाऊंगी. आप इस तरह से मेरा अपमान नहीं कर सकते.'

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गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने की मांग पर अड़े (07 अक्टूबर 2015)
साल 2015 में ही अनिल विज एक और विवादित बयान आया. विभिन्न राज्यों में गोहत्या व गोमांस पर प्रतिबंध और उत्तर प्रदेश के दादरी गांव में गोमांस खाने के आरोप में एक व्यक्ति की हत्या के बाद उठे विवादों के बीच हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने 'रॉयल बंगाल टाइगर' की बजाय गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग उठाई थी. इस संबंध में उन्होंने ट्वीट किया और लिखा, "रॉयल बंगाल टाइगर की जगह गाय को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए." विज के बयान को लेकर खूब हंगामा हुआ था.

राष्ट्रगान के शब्द पर उठाया सवाल (17 अगस्त 2015)
एक बार तो अनिल विज ने राष्ट्रगान के एक शब्द पर सवाल उठाया दिया था. अपने बेबाक और विवादास्पद बयानों के लिए मशहूर विज ने साल 2015 में एक ट्वीट किया था, 'राष्ट्रीय गान जन गण मन का हम पूरा सम्मान करते हैं. परंतु इसमें किस अधिनायक की आराधना की जाती है, यह मुझे आज तक नहीं समझ आया.' 

योग का विरोध करने वालों को धोखेबाज बताया (16 जून 2015)
अनिल विज ने योग का विरोध कर रहे लोगों को धोखेबाज तक कह दिया और कहा कि इस तरह के धोखेबाजों का मुंह बंद कर देना चाहिए. वरिष्ठ नेता विज ने ट्वीट कर कहा, 'योग एक प्राचीन ज्ञान है जिसके लिए भारत को पूरे विश्व में पहचाना जाता है, उनका मुंह बंद कर देना चाहिए.'

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