
1 अक्टूबर की सुबह करीब तीन बजे बच्ची की सौतेली मां और पिता ने शव को कंबल और नाइटी में लपेटकर बैग में रख लिया और नहर में फेंकने चल दिए. रास्ते में दोनों को कुत्तों ने घर लिया और उन पर भौंकना शुरू कर दिया तो दोनों गली के नुक्कड़ पर बैग को रखकर फरार हो गए. शहर की थाना पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को पलवल रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया. बच्ची की उम्र डेढ़ साल बताई जा रही है.
बैग में भरकर फेंका
डीएसपी यशपाल खटाना के मुताबिक, 1 अक्टूबर की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि शेखपुरा मोहल्ले में गली के नुक्कड़ पर बैग में एक बच्ची का शव पड़ा हुआ है. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और बैग में देखा तो उसमें बच्ची का शव था. शव कंबल और नाइटी में लिपटा हुआ था.
पुलिस बैग में मिली नाइटी के आधार पर ही बच्ची के हत्यारों तक पहुंच सकी. डीएसपी ने बताया कि जिला देवरिया निवासी दिलीप शेखपुरा मोहल्ले में किराए के मकान में रहता है. वह कारपेंटर का काम करता है. डेढ़ साल पहले दिलीप की पूर्व पत्नी पुष्पा ने बच्ची को जन्म दिया था लेकिन जन्म देने के तुरंत बाद पुष्पा की मौत हो गई थी.
सौतेली बच्ची से नफरत करती थी महिला
पुष्पा की मौत के एक-दो महीने बाद ही दिलीप ने रितु नाम की एक लड़की से लव मैरिज कर ली थी. शादी के बाद रितु ने एक बच्चे को जन्म दिया, जो अभी 4 महीने का है. तभी से दिलीप की दूसरी पत्नी रितु उसकी पहली पत्नी की डेढ़ वर्ष की बच्ची जूही से नफरत करने लगी. वह रोजाना उसके साथ मारपीट करती थी.
बदबू आने पर किया फेंकने का फैसला
डीएसपी ने बताया कि पुलिस से हुई पूछताछ में दिलीप ने बताया कि उसकी दूसरी पत्नी ने 29 सितंबर को जूही के साथ मारपीट की थी और दोनों ने बच्ची के सीने पर पैर रख दिया. इस दौरान जूही की मौत हो गई. 29 और 30 सितंबर को उसके शव को कंबल में लपेटकर घर में ही बनी अलमारी में छिपाए रखा . जब शव से बदबू आने लगी तो दोनों ने शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया और एक अक्टूबर को शव को गली के कोने पर रखकर फरार हो गए. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.