
हौज खास विलेज में चलने वाले नाईट क्लब्स और फूड जॉइंट पर सुरक्षा के मापदंडों पर खरे न उतरने के चलते पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है. और मुंबई में कमला मिल के लगी भीषण आगजनी में हुई 14 मौतों के बाद अब दिल्ली के नाईट क्लब्स भी सवालों के घेरे में हैं. दिल्ली के हौज खास में चल रहे फूड जॉइंट और रेस्तरां, बार्स हमेशा से ही विवादों का केंद्र रहे हैं. और करीब 40 छोटे-बड़े रेस्तरां में से पहले ही 20 के लाइसेंस ले लिए गए हैं और बाकियों पर किसी भी वक्त गाज गिर सकती है.
पुरानी इमारतों में बने ये आधुनिक रेस्तरां, बार्स पर क्षमता से अधिक ग्राहकों को एंटरटेन करने, सेफ्टी मानकों को अनदेखा करने, फायर सेफ्टी नियमों को ताक पर रखने के आरोप हैं. और जब हमने वहां मौजूद एक बिल्डिंग का जायजा लिया जिसमें 16 छोटे बड़े रेस्तरां चल रहे हैं तो पाया कि सुरक्षा मनको पर ये पूरी तरह न सही, पर विपरीत परिस्थितियों से निपटने के इंतजाम तो किए गए हैं.
बता दें कि यहां मौजूद रेस्तरां, बार्स और फूड जॉइंट्स जिस बिल्डिंग में बने हैं वो करीब-करीब 50 से 60 साल पुरानी हैं. बावजूद इसके यहां चलने वाले ज्यादातर नाईट क्लब्स ने फायर एनओसी ले रखी है. और जिनके पास फायर एनओसी नहीं है वो एमसीडी के साथ मिलकर अपनी कमियों पर काम करने को तैयार हैं.
मकिना के मालिक मनन का कहना है कि ज्यादातर नाईट क्लब्स ने फायर स्प्रिंकलर के साथ-साथ एग्जिट गेट और फायर प्रूफ दरवाजे भी लगाए हैं. ये सच है कि पुरानी इमारतों में एक साथ कई क्लब्स चलते हैं पर इन इमारतों में छोटी गलियों के बीच हर तरफ से सीढ़िया निकाली गई हैं जिनका इस्तेमाल विषम परिस्थितियों में आसानी से किया जा सकता है.
यहां मौजूद पुरानी इमारतों में से ज्यादातर के पास खुद का पर्याप्त वॉटर स्टोरेज है जो कि पूरी तरह ऑटोमैटिक है. इसके ऑटोमैटिक सेंसर धुंआ उठते ही पूरी इमारत में किसी भी कोने में पहले से मौजूद पाइपलाइन के जरिये पानी की बौछार कर सकते हैं.
हौज खास विलेज घूमने के इरादे से दिल्ली-एनसीआर की जनता वीकेंड्स पर यहां का रुख करती है. राजधानी की नाईट लाइफ का महत्वपूर्ण हिस्सा है हौज खास, जहां हर किस्म के बेहतरीन व्यंजनों के साथ-साथ पॉपुलर लाइव म्यूजिक लोगों को और खासतौर पर युवाओं को आकर्षित करते हैं. पर मुंबई में हुए दर्दनाक हादसे के बाद सुरक्षा हो लेकर लोग डरे हुए हैं और नए साल पर पार्टी प्लान कर चुके लोग यही उम्मीद कर रहे हैं कि वो जहां मुझे मस्ती करने पहुचे हैं वहां उनकी सुरक्षा को पहली प्राथमिकता दी जाए.