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HDIL ने ईडी, ईओडब्ल्यू को लिखी चिट्ठी, संपत्तियों को बेचने को कहा

पीएमसी बैंक घोटाले में अभियुक्त और HDIL प्रमोटर्स राकेश वधावन और सारंग वधावन ने ED व EOW को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में कहा गया है कि उनकी जब्त की गई संपत्तियों को बेच दिया जाए, क्योंकि उनका मूल्य गिर सकता है.

HDIL director Rakesh Wadhawan (Photo: PTI) HDIL director Rakesh Wadhawan (Photo: PTI)
दिव्येश सिंह
  • मुंबई ,
  • 18 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 2:07 PM IST

  • PMC बैंक के पास गिरवी संपत्तियां
  • मूल्यांकन के लिए MNC फर्म नियुक्त
  • 40 संपत्तियों का करेगी मूल्यांकन

पीएमसी बैंक घोटाले में अभियुक्त और HDIL प्रमोटर्स राकेश वधावन और सारंग वधावन ने प्रवर्तन निदेशालाय (ED) व आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में कहा गया है कि उनकी जब्त की गई संपत्तियों को बेच दिया जाए, क्योंकि उनका मूल्य गिर सकता है.

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HDIL ने अब पीएमसी बैंक के साथ गिरवी संपत्तियों का मूल्य निकालने के लिए अग्रणी रीयल एस्टेट वैल्यूएशन फर्म नाइट फ्रैंक को नियुक्त किया है. बहुराष्ट्रीय फर्म नाइट फ्रैंक पीएमसी बैंक के पास गिरवी 40 संपत्तियों का मूल्यांकन करेगी.

7000 से 8000 करोड़ की गिरवी रखी संपत्ति

HDIL से जुड़े सूत्रों ने बताया, प्रिंसिपल कर्ज जबकि 2200 करोड़ रुपये का है और केस 4500 करोड़ रुपये से ज्यादा का है. वहीं प्रतिभूति पर (गिरवी) रखी संपत्ति 7000 से 8000 करोड़ रुपये की होने का अनुमान है. HDIL ने एक बयान में उम्मीद जताई है कि नाइट फ्रैंक की ओर से वैल्यूएशन रिपोर्ट को एक हफ्ते में सौंप दिया जाएगा.

पीएमसी बैंक प्रशासक के साथ बैठक

बयान में आगे कहा गया है, 'HDIL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सारंग वधावन की EOW की ओर से की गई गिरफ्तारी के कुछ दिन पहले उनकी पीएमसी बैंक प्रशासक के साथ बैठक हुई थी . इस बैठक में वधावन ने बैंक प्रबंधन को साफ तौर पर सूचित किया था कि HDIL ने बैंक से जितने भी कर्ज लिए हैं वो सब सुरक्षित हैं.

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2010 से 2018 के बीच 40 संपत्तियां गिरवी पर रखी गईं. ये संपत्तियां वसई, ठाणे, नवी मुंबई और केरल में स्थित हैं. सारंग वधावन ने पीएमसी प्रबंधन को इन संपत्तियों को बेच कर कर्ज चुकाने के रिसोल्यूशन प्लान के बारे में भी बताया. इसलिए सभी जमाकर्ताओं की रकम सुरक्षित है.'

बता दें कि राकेश वधावन और सारंग वधावन फिलहाल आर्थर रोड जेल में बंद हैं. उनकी EOW रिमांड बुधवार को खत्म होने के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.  

22 संपत्तियों का वैल्यूएशन अभी बाकी

HDIL ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि 40 संपत्तियों में से 18 का ही वैल्यूएशन 2010 से 2018 के बीच हुआ. मोर्टेज रकम 1300 करोड़ रुपये है, जबकि 18 संपत्तियों का वैल्यूएशन ही 2200 करोड़ रुपये से ज्यादा है. वहीं 22 संपत्तियों का वैल्यूएशन अभी होना बाकी है. संबंधित संपत्तियों के वैल्यूएशन के बारे में बैंक को 2010,2012 और 2018 में बताया गया. ताजा बाजार कीमत को लेकर वैल्यूएशन नहीं किया गया है, इसलिए ताजा बाजार भाव पर वाजिब वैल्यूएशन के लिए कंपनी ने नाइट फ्रैंक की सेवाएं ली हैं. 

HDIL से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जिन 18 संपत्तियों की पहले वैल्यूएशन हुई थी उनका ताजा बाजार मूल्य 3500 करोड़ से पार होगा. वाकी 22 संपत्तियों की वैल्यू भी 4000 करोड़ से ज्यादा होगी.

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7000 से 8000 करोड़ का कुल वैल्यूएशन

सारंग वधावन ने पीएमसी बैंक प्रशासक को बताया कि उनकी संपत्तियों को बेचा जा सकता है और भुगतान किया जा सकता है. रिसोल्यूशन प्लान पर वो खुद भी काम कर रहे हैं. कुल वैल्यूएशन 7000 से 8000 करोड़ रुपये या ज्यादा जा सकता है वो भी बिना FSI (फ्लोर स्पेस इंडेक्स) आकलन के. FSI के साथ वैल्यूएशन और ज्यादा हो सकता है.

फ्रॉड नहीं, सभी कर्ज सुरक्षित: HDIL

HDIL के सूत्र ने कहा, HDIL की ओर से कोई फ्रॉड नहीं हुआ है. सभी कर्ज सुरक्षित हैं और सिक्योरिटी कवर कर्ज की रकम से कहीं ज्यादा है. प्रिंसिपल कर्ज की रकम 2200 करोड़ रुपए है जबकि बाकी ब्याज की रकम है. यहां तक कि कानूनी टीम ने भी कोर्ट में यही कहा है कि संपत्तियों से पैसे जुटाकर भुगतान किए जाएं.

इस बीच प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमसी बैंक घोटाले से जुड़े दर्ज केस में राकेश वधावन और सारंग वधावन को रिमांड पर देने की मांग की है. इस संबंध में पेशी का वारंट जारी किया जा चुका है. राकेश और सारंग वधावन को शुक्रवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जा सकता है.

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