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पहले पुलिस वाला बनकर की दोस्ती, फिर अगवा कर लूट लिया

दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंड़ाफोड किया है, जिससे जुडे बदमाश ख़ुद को पुलिस वाला बताकर व्यापारियों को निशाना बनाते थे. इस गिरोह ने पहले दिल्ली के एक व्यापारी को अगवा किया और फिर उसे फर्जी मामले में फंसाने की धमकी देकर अवैध वसूली करने की साजिश रच डाली.

पुलिस ने एक आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया पुलिस ने एक आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया
परवेज़ सागर/राम किंकर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 06 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:47 PM IST

दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंड़ाफोड किया है, जिससे जुडे बदमाश ख़ुद को पुलिस वाला बताकर व्यापारियों को निशाना बनाते थे. इस गिरोह ने पहले दिल्ली के एक व्यापारी को अगवा किया और फिर उसे फर्जी मामले में फंसाने की धमकी देकर अवैध वसूली करने की साजिश रच डाली.

मामला ईस्ट दिल्ली का है. जहां रहते हैं भानू प्रताप नाम के एक कारोबारी . उनका इंश्योरेंस का भी काम है. गिरोह के एक बदमाश ने हफ्ते भर पहले से भानू से सोशल मीडिया पर चैट करना शुरू किया. फिर उसे मिलने के लिए मजनू का टीला इलाक़े में बुलाया. भानू वहां उस शख्स से मिलने पहुंच गए.

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मौके पर पहले से ही चार लोग मौजूद थे. उन्होंने वहां से भानू को अगवा कर लिया. उन बदमाशों में एक शख्स पुलिस की वर्दी पहने हुए था. शोर मचाने और विरोध करने पर वर्दी वाले भानू को पुलिसिया रौब दिखाया. और फिर सबने मिलकर कारोबारी को बुरी तरह डराया.

बदमाश उसे दिलशाद गार्डन इलाके के एक एटीएम पर ले गए और वहां उससे 45 हजार और फिर गाजीपुर के एक एटीम से 20 हजार निकलवाए. जब भानू के अकाउंट की मैक्सिमम लिमिट खत्म हो गई तो शातिर बदमाशों ने उससे 50 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए. इस पर भी बदमाशों का दिल नहीं भरा तो उन्होंने एक जूलरी की दुकान से अंगूठी खरीद ली.

डीसीपी ईस्ट ऋषिपाल ने बताया कि बदमाशों की मूवमेंट सीसीटीवी में कैद हो गई, तब ज्वैलर को शक भी हुआ और उसने पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस मौके पर जा पहुंची और वहां से सुशील नामक एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया लेकिन उसके तीन साथी बदमाश भागने में कामयाब हो गए.

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