
यौन उत्पीड़न के मामले में घिरे कवि और आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास की एफआईआर रद्द करने की याचिका पर हाई कोर्ट मे सुनवाई 10 नवंबर तक के लिए टल गई है. सुरक्षा कारणों के चलते कोर्ट ने पीड़िता का नाम और पता सार्वजनिक करने पर रोक लगा दी थी. जिसके चलते हाई कोर्ट की रजिस्ट्री इस मामले की सुनवाई के दौरान पेश होने का नोटिस पीड़िता को नहीं भेज पाई. अब इस मामले मे सुनवाई 10 नवंबर को करेगा.
कोर्ट ने इस मामले मे सब कुछ सीलबंद लिफाफे मे रखने के आदेश दिए थे. दरअसल एक महिला ने कुमार विश्वास पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पटियाला कोर्ट से इस मामले मे कुमार विश्वास के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने की गुहार लगाई थी. कोर्ट के आदेश के बाद कुमार विश्वास पर सरोजिनी नगर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई थी. लेकिन कुमार विश्वास निचली अदालत के आदेश के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द कराने के लिए हाई कोर्ट आ गए.
दिल्ली पुलिस हाई कोर्ट को पहले ही बता चुकी है कि शिकायत के तथ्यों और शुरुआती जांच के आधार पर इस मामले में आरोप नहीं बन रहे हैं. कुमार विश्वास के वकीलों ने कहा कि आरोप लगाने वाली महिला के बयान बार-बार बदलते रहे हैं. निचली अदालत ने जो एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है वो तथ्यों पर आधारित नहीं है.
कुमार विश्वास की अर्जी पर दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस और विश्वास पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला को नोटिस जारी किया था. कोर्ट ने ये आदेश एक महिला की शिकायत के बाद दिया था. इस शिकायत में महिला ने कुमार विश्वास पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं.