
अप्रैल का महीना अभी आधा ही बीता है और राजस्थान में प्रचंड गर्मी अपना तेवर दिखा रहा है. थार का रेगिस्तान तो मानो उबलने लगा है. प्रदेश के दूसरे हिस्सों में भी गर्मी के तेवर जून के महीने जैसे हो गए हैं. पश्चिमी राजस्थान में जहां पारा 45 डिग्री के पार पहुंच गया है वहीं पूरे राजस्थान में पारा 40 डिग्री के पार चल रहा है.
जैसलमेर में तापमान 45.6 डिग्री रहा तो बाड़मेर में 45.4 डिग्री तक चला गया है. पश्चिमी राजस्थान में गर्मी के हालात ऐसे हैं जैसे सड़क से कोलतार पिघल जाएंगे. सड़कें तो तवा की भट्टी बनी ही हुई है शाम तक गर्म हवा के थपेड़े लू का ऐहसास कराते हैं. कोटा में 44.1, बीकानेर में 44.5, चुरू में 44.2 और जोधपुर में 44 डिग्री तापमान रहा. जयपुर और अजमेर जैसे शहरों में भी तापमान 42 डिग्री के ऊपर चला गया है.
मौसम विभाग ने लू की चेतावनी देते हुए कहा है कि एहतियात बरतते हुए सावधानी से बाहर निकलें. साथ ही बुरी खबर ये दी है कि इस बार गर्मी सामान्य से ज्यादा रहेंगे. आगे आने वाले दिनों में धूल भरी आंधियां चलने की भी आशंका मौसम विभाग ने जताई है. स्कूलों की छुट्टियां अभी हुई नहीं है और सबसे बुरा हाल छोटे-छोटे बच्चों का है जिनकी तबीयत अचानक से खराब होने लगी है. दोपहर में तो सड़कें सूनी रहती ही हैं शाम में भी लोगों को राहत नहीं मिलती है.