
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल मंगलवार सुबह आत्मघाती हमले से दहल गई. अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के पास स्थित खुफिया कार्यालय को निशाना बनाकर हमला किया गया. इस हमले में 28 लोगों की मौत हो गई जबकि 200 लोग घायल हो गए. आतंकी संगठन तालिबान ने इसकी जिम्मेदारी ली है.
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि यह धमाके तालिबान ने किए हैं. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने धमाकों की निंदा की है और इसे आतंकी हमला करार दिया है.
तालिबान ने बदला लेने के लिए किया हमला
सूत्रों के मुताबिक तालिबान ने अपने कमांडर मुल्लाह खलिफा की गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए काबुल में यह आत्मघाती हमला किया है. मुल्लाह खलिफा को अफगान कमांडो ने बीती रात एक ऑपरेशन के तहत कंधार प्रांत से गिरफ्तार किया था. मुल्लाह खलिफा के साथ ही एक और आतंकी को गिरफ्तार किया गया था.
हालांकि हमले में सभी भारतीयों के सुरक्षित होने की सूचना दी गई है. जहां यह आत्मघाती हमला हुआ है, वह जगह भारतीय दूतावास से सिर्फ 3 किलोमीटर की दूरी पर है.
यह धमाके काबुल के पुल-ए-महमूद एरिया में हुआ है. अफगानिस्तान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सदिक सिद्दीकी के मुताबिक हमले के बाद पूरे एरिया को सुरक्षा बलों ने घेर लिया है. हमले में कई लोगों को नुकसान पहुंचने का खतरा है. हालांकि हमले का टारगेट अभी तक पता नहीं लग सका है. लेकिन देश का रक्षा मंत्रालय और खूफिया एजेंसी का दफ्तर इसी क्षेत्र में है.
जानकारी के मुताबिक धमाकों के साथ ही गोलीबारी भी जारी है. आत्मघाती हमलावर ने एक सिक्रेट सर्विस यूनिट के दफ्तर के बाहर एक वाहन में विस्फोट किया. सिक्रेट सर्विस यूनिट अफगानिस्तान में VIP को सुरक्षा मुहैया करवाने की जिम्मेदारी संभालती है. हालांकि अभी तक हताहतों या किसी तरह के नुकसान के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है.
धमाकों की आवाज से US एंबेसी का साइरन बजने लगा लेकिन अमेरिकी एंबेसी ने जानकारी दी है कि धमाकों से उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
बता दें कि बीते हफ्ते ही आतंकवादी संगठन तालिबान ने 'स्प्रिंग फाइटिंग सीजन' की शुरुआत करने की घोषणा की थी.