
देश के कई हिस्सों में हो रही बारिश ने लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. मुंबई और हैदराबाद में कई जगहों पर जलभराव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है. पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार भारी बारिश के कारण मुंबई के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. लोकल ट्रेनें भी काफी देर से चल रही हैं. पश्चिमी उपनगरीय इलाकों में भारी ट्रैफिक जाम लग रहा है. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के जॉइंट सेक्रटरी राजीव निवातकर ने बताया कि मुंबई और सबअर्बन इलाकों में अगले दो दिन भारी बारिश होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि शहर में 23 सितंबर को भारी बारिश होने का अनुमान है. 23 सितंबर तक कोंकण, सेंट्रल महाराष्ट्र और विदर्भ इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है.
मुंबई में रिकॉर्ड बारिश दर्ज
आंध्र प्रदेश के तट पर चक्रवाती हवाएं तेज हो गई हैं. दूसरी तरफ अरब सागर के नजदीक मुंबई तट के पास भी चक्रवात का प्रभाव बढ़ रहा है. मौसम के इन प्रभावों के कारण मुंबई और थाणे और पालघर जैसे जिलों में भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के डेटा के मुताबिक, मुंबई में पिछले 4 सालों में मंगलवार को सुबह 8.30 बजे सबसे ज्यादा वर्षा दर्ज की गई.
हैदराबाद में भी जमकर हो रही बारिश
मानसून ने जाते-जाते हैदराबाद को एक बार फिर पानी-पानी कर दिया है. भारी बारिश ने वहां के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. जगह-जगह हुए जलभराव के चलते लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है. शहरी और बाहरी इलाकों में भारी जलभराव की समस्या बनी हुई है.
बंगाल की खाड़ी में बने वेदर सिस्टम से कई इलाकों में झमाझम बारिश
बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के चलते मध्य भारत, दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर भारत में मानसून की झमाझम बारिश का सिलसिला एक बार फिर से तेजी पकड़ चुका है. कोंकण गोवा समेत पश्चिमी घाट के तमा इलाकों में मानसूनी हवाएं लगातार बारिश दे रही हैं. खास बात ये है कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी बंगाल-सिक्किम और बिहार के तमाम इलाकों में घने बादलों के बीच जोरदार बारिश दे रही है.
पहाड़ी इलाकों में खराब होगा मौसम
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र तटीय आंध्र प्रदेश तक बना रहेगा और इसकी वजह से बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन समुद्र की सतह से 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक नम हवाओँ को खींचकर ले जा रहा है. इस वजह से मध्य भारत के तमाम इलाकों में बादलों की आवाजाही के बीच झमाझम बारिश का दौर जारी है. उधर दूसरी तरफ एक कमजोर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस जम्मू-कश्मीर आ पहुंचा है इसकी वजह से पहाड़ी इलाकों में कहीं कहीं पर मौसम खराब रह सकता है.
कई जगहों पर रिकॉर्ड बारिश
मौसम विभाग की मानें तो पिछले 24 घंटों में असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, कोंकण, गोवा, तयीय कर्नाटक, तेलांगाना, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान निकोबार के ज्यादातर इलाकों में बारिश रिकॉर्ड की गई है. मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, विदर्भ, पश्चिम बंगाल, केरल, झारखंड, छत्तीसगढ में कई जगहों पर बारिश दर्ज की गई है. हिमाचल प्रदेश, दिल्ली एनसीआर, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, सौराष्ट्र-कच्छ में कुछ जगहों बारिश रिकॉर्ड की गई है.
पिछले 24 घंटों में हुई बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो दहानू में 53 सेंटीमीटर, मीतीहारी में 24 सेंटीमीटर, मुंबई में 14 सेंटीमीटर, ईटानगर में 13 सेंटीमीटर, बर्दवान में 11 सेंटीमीटर, जलपाईगुड़ी में 9 सेंटीमीटर, धुबरी में 8 सेंटीमीटर, होशंगाबाद और हैदराबाद में 7-7 सेंटीमीटर, महाबलेश्वर में 6 सेंटीमीटर दर्ज की गई है.