
झारखंड में प्रचंड जनादेश के बाद अब सरकार बनाने की तैयारी चल रही है. रांची में 24 दिसंबर को महागठबंधन के विधायकों की बैठक होनी है. इस बैठक में हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना जाएगा. इससे पहले झारखंड विकास मोर्चा के प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के अध्यक्ष हेमंत सोरेन से मुलाकात की. बाबूलाल मरांडी ने कहा 'बिना शर्त, हमारी पार्टी हेमंत सोरेन का समर्थन करेगी क्योंकि उनके पास आवश्यक बहुमत है.'
महागठबंधन को बहुमत
झारखंड विधानसभा चुनाव में जेएमएम 30 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जबकि कांग्रेस की 16 और राष्ट्रीय जनता दल की 1 सीट मिलाकर कुल आंकड़ा 47 हो जाता है. झारखंड में बहुमत का जादुई आंकड़ा 41 है. आज जेएमएम विधायक दल की बैठक में हेमंत सोरेन को नेता चुनाव जा सकता है. झारखंड में महागठबंधन ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में ही विधानसभा का चुनाव लड़ा है.
हेमंत को झारखंड की बागडोर
झारखंड में हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बनेंगे. सूत्रों के मुताबिक 27 दिसंबर को हेमंत सोरेन झारखंड के सीएम पद की शपथ ले सकते हैं.झारखंड में नियमों के मुताबिक सीएम समेत 12 मंत्री बन सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक गठबंधन के तहत कांग्रेस को 5 सीटें और स्पीकर का पोस्ट दिया जा सकता है. आरजेडी को मंत्रिमंडल में एक सीट मिल सकती है, जबकि बाकी 6 मंत्रियों का पद झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने पास रख सकती है.