
जम्मू-कश्मीर में फिदायीन हमले की आशंका के बीच हाई अलर्ट जारी किया गया है. खुफिया सूचना में आत्मघाती हमले की आशंका जताई जा रही है. इसके मद्देनजर सभी सुरक्षा एजेंसियों को अागाह कर दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक आतंकियों के कश्मीर में घुसने की खुफिया सूचना पर राज्य में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. श्रीनगर और जम्मू में सुरक्षाकर्मी नाके लगाकर वाहनों की जांच करने के अलावा होटल और धर्मशाला में ठहरे लोगों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं. शहर के सभी प्रवेश द्वारों में चौकसी बढ़ा दी गई है. सभी संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बंदोबस्त पुख्ता कर दिया गया है.
बता दें कि 2 जून को जंग-ए-बदर होने की वजह से यह हाई अलर्ट जारी किया गया है. खुफिया एजेंसियों को मिली सूचना के मुताबिक रमजान महीने के 17वें दिन (जंग-ए-बदर) जम्मू-कश्मीर में किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश के इनपुट मिले हैं, जिसे देखते हुए सुरक्षा के सख्त इंतजाम करने की तैयारी शुरू कर दी गई है.
खुफिया सूचना में जम्मू संभाग से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा या राजौरी-पुंछ जिलों से नियंत्रण रेखा के जरिए पाकिस्तान से एक फिदायीन दस्ते की घुसपैठ की भी आशंका जताई गई है, जिसके बाद एजेंसियों ने राज्य के तमाम सैन्य शिविरों, खासकर जम्मू संभाग के सुरक्षा प्रतिष्ठानों में कड़ी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
मई महीने में जम्मू कश्मीर के तंगधार सेक्टर में सुरक्षाबलों ने 5 आतंकियों को मार गिराया. ये आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे. सुरक्षाबलों को इस बात की भनक लग गई और इसके बाद इन आतंकियों को मार गिराया गया.
बता दें कि केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि रमजान के महीने में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन नहीं चलाया जाएगा. भारत सरकार की ओर से कहा गया था कि आतंकियों की ओर से हमला होने की सूरत में सुरक्षाबल जवाबी कार्रवाई कर सकेंगे. केंद्र सरकार ने राज्य सरकार की मांग पर जम्मू-कश्मीर में सशर्त सीजफायर का आदेश जारी किया था.