
दिल्ली हाई कोर्ट डेंगू चिकनगुनिया को लेकर दिल्ली सरकार और एमसीडी की तैयारियों से नाखुश है. कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा की लोगों को डेंगू चिकनगुनिया से जागरूक करने के लिए कुछ क्यों नही किया. अभी तक क्यों नही टीवी, रेडियो और अख़बार में विज्ञापन अब तक क्यों नही दिए गए. अगर डेंगू और चिकनगुनिया से लड़ना है और रोकना है तो आम लोगो मे वैसी जागरुकता लाने की जरूरत है, जैसी पोलियो और कैंसर को लेकर है. तभी इस पर रोक लगाई जा सकती है.
कोर्ट ने 4 दिन मे सभी से जवाब मांगा है और 25 मई को होगी दोबारा सुनवाई करेगा. हाइकोर्ट ने कहा कि हम आपकी कागजी कार्रवाई से नही संतुष्ट नही है. डेंगू और चिकनगुनिया के मौसम की शुरुआत होने के बाद भी आप इससे निपटने के लिए अभी तक तैयार नही है जब तक कि आपकी तैयारी पूरी हो जानी चाहिए थी. इन हालातों मे कैसे हम मान ले कि दिल्ली दोबारा डेंगू चिकनगुनिया की दोबारा शिकार नही होगी.
इससे पहले भी हाइकोर्ट पिछले एक महीने के दौरान क़रीब 5 बार इस मामले मे सुनवाई कर चुका है, लेकिन सरकार और सिविक एजेंसियों के असंवेदनशील रवैये से नाराज रहा है. क्योंकि ज्यादातार वक्त सभी लोग कोर्ट मे जमीनी काम करने के बजाय स्टेटस रिपोर्ट बनाने को लेकर ही गंभीर दिखे है. कोर्ट को यहाँ तक कहना पड़ा कि जब हम 21 वी सदी में मच्छरों से ही नही निपट पा रहे है तो फिर और अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को कैसे सुधारेंगे.