
शिरोमणि अकाली दल की राजनीतिक मान्यता रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि यह ऐसा मामला है जिस पर विचार किया जा सकता है.
याचिकाकर्ता ने कहा था कि अकाली दल गुरुद्वारा का भी चुनाव लड़ता है लिहाजा ये धर्मनिरपेक्ष पार्टी नहीं है और लोकसभा और राज्यसभा चुनावों को ये पार्टी नहीं लड़ सकती. ऐसे में पार्टी की मान्यता समाप्त की जानी चाहिए.
हालांकि हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता से 3 चीजें साफ करने को कहा है और मामले की सुनवाई के लिए 24 मई की तारीख तय की है.
ये हैं कोर्ट के तीन सवाल-
1- क्या कोर्ट ऐसे मामलों में हस्तक्षेप कर सकता है क्योंकि ये संसद से जुड़ा मामला है और संसद को तय करना चाहिए?
2- चुनाव आयोग के पास क्या अधिकार हैं किसी राजनीतिक पार्टी की मान्यता रद्द करने को लेकर?
3-क्या पार्टी की मान्यता लेते वक़्त किसी तरह की जानकारी छुपाई गयी या धोखाधड़ी कर मान्यता ली गयी?