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गणतंत्र दिवस: दिल्ली किले में तब्दील, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा, सवा लाख जवान तैनात

देश अपना 67 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. देश की राजधानी दिल्ली को किले में तब्दील कर दिया गया है. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद भी दिल्ली में हैं. इस लिहाज से सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है. देश में आतंकवादी हमलों के खतरे के मद्देनजर दिल्ली पहले से ही हाई अलर्ट पर चल रही है.

दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
आदर्श शुक्ला
  • नई दिल्ली,
  • 26 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 5:10 PM IST

देश अपना 67 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. देश की राजधानी दिल्ली को किले में तब्दील कर दिया गया है. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद भी दिल्ली में हैं. इस लिहाज से सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है. देश में आतंकवादी हमलों के खतरे के मद्देनजर दिल्ली पहले ही हाई अलर्ट पर चल रही है.

सुरक्षाबल और पुलिस गणतंत्र दिवस की खुशियों को फीका करने के आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेरने को तैयार है. पूरी दिल्ली में 1 लाख 23 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. 40 हजार अर्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस के 83 हजार जवान पूरी मुस्तैदी से राजधानी की सुरक्षा में जुटे हुए हैं. इसके अलावा आईटीबीपी, सेना के डॉग स्कवॉड को भी दिल्ली को सुरक्षित रखने का जिम्मा दिया गया है. दिल्ली में 1000 शार्प शूटर्स सुरक्षा के मोर्चे पर तैनात होंगे. किसी भी नापाक आतंकी हरकत की सूरत में इनका निशाना आंतकी के सर पर होगा. गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के इंतजाम कई चरणों में किए गए हैं. परेड रूट पर 15 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.

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दिल्ली पुलिस की SWAT टीम भी दिल्ली की सुरक्षा चाक-चौबंद करने में जुटी रहेगी. इस बार विशेष ईगल कमांडो की भी मदद सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए ली जा रही है. गणतंत्र दिवस पर पहली बार लाइट मशीनगन यानी एलएमजी का इस्तेमाल होगा. इससे 2 किलोमीटर दूर तक हमला किया जा सकता है. दिल्ली पुलिस ने उन तमाम इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी है जो आतंकी हमलों के लिहाज से ज्यादा संवेदनशील हैं. दिल्ली की लाइफलाइन कही जाने वाली दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा की जिम्मेदारी पहली बार बीएसएफ को दी गई है. बीएसएफ के जवान दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगे. राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के बाहर बीएसएफ की 7 टुकड़ियां तैनात की गई हैं. दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा की जिम्मेदारी पहली बार बीएसएफ को दी गई है जो दिल्ली पुलिस के साथ कदम से कदम मिलाकर काम करेंगे.

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गणतंत्र दिवस पर ऐसा रहेगा कार्यक्रम
भारत की सैन्य शक्ति और विभिन्न क्षेत्रों में उसकी उपलब्धियां, अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली, सांस्कृतिक विविधता, सामाजिक परंपराएं, आत्म-निर्भरता और स्वदेशीकरण पर सरकार का जोर, इन सभी की झलक 67वें गणतंत्र दिवस समारोह में परेड के दौरान कल राजपथ पर नजर आएगी. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे. गणतंत्र दिवस समारोह के इतिहास में पहली बार फ्रांस की सेना का 76 सदस्यीय दल भी राजपथ पर भारत के राष्ट्रपति को सलामी देगा. इस दल में 48 संगीतकारों का दस्ता भी शामिल होगा. परेड में 26 साल के बाद सेना के श्वान (डॉग) दस्ते के सदस्य भी अपने हैंडलर्स के साथ भाग लेंगे. परंपराओं के अनुसार, राजपथ पर बीएसएफ के उंट दस्ते के सजे-धजे रंग-बिरंगे 56 उंटों का दस्ता डिप्टी कमांडेंट कुलदीप जे. चौधरी के नेतृत्व में मार्च करेगा.

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