
पाकिस्तान ने इस साल जम्मू कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के पास 720 से ज्यादा बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया है. सीजफायर तोड़ने की यह घटना पिछले सात साल में सबसे अधिक है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने इस साल अक्टूबर तक अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के पास 724 बार संघर्षविराम उल्लंघन किया है जबकि वर्ष 2016 में यह संख्या 449 थी.
2003 से लागू सीजफायर
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने आंकड़े का हवाला देते हुए कहा कि अक्टूबर तक सीमा पार से हुई गोलीबारी में कम से कम 12 स्थानीय नागरिक मारे गये और 17 जवान शहीद हो गये. इसके अनुसार सीमा पार से हुई गोलीबारी में कुल 79 स्थानीय नागरिक और 67 जवान घायल हुए. अंतरराष्ट्रीय सीमा, नियंत्रण रेखा और जम्मू कमश्मीर में वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा (एजीपीएल) के पास भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम नवंबर 2003 में प्रभाव में आया था.
बीते साल रहा ज्यादा तनाव
पाकिस्तान के साथ लगती भारत की 3,323 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है, जिसमें जम्मू कश्मीर में 221 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा और 740 किलोमीटर नियंत्रण रेखा से लगती है. साल 2016 में संघर्ष विराम उल्लंघन की 449 घटनाएं हुई थीं जिनमें 13 स्थानीय नागरिक मारे गये थे और 13 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गये थे. इसके अलावा इन घटनाओं में 83 स्थानीय नागरिक और 99 सुरक्षाकर्मी घायल भी हो गये थे.
साल 2015 में संघर्ष विराम उल्लंघन की 405 घटनाएं, साल 2013 में 347, साल 2012 में 114, साल 2011 में 62 और साल 2010 में 62 घटनाएं हुई थीं. खबर लिखे जाने के वक्त भी जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी की जा रही है. भारतीय सेना भी इस कार्रवाई का माकूल जवाब दे रही है.