
हिमाचल प्रदेश में बुधवार को एक दर्दनाक बस हादसे में 44 लोगों की जान चली गई है. देहरादून के दूरस्थ छेत्र त्यूनी जा रही सवारियों से भरी बस गुमा बैंड के समीप टांस नदी में समा गई. बस दुर्घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक व पुलिस अमला मौके पर पहुंच गया. दुर्गम स्थान होने के कारण राहत अभियान चलाने में दिक्कत आ रही है.
सुबह 5:30 बजे बस नंबर UK16 0045 सवारियों को लेकर विकास नगर से टूनी के लिए चली थी. इस बस में महिलाओं और बच्चों समेत लगभग 56 यात्री सवार थे. बताया जा रहा है कि काफी तेज गति से जा रही बस गम्मा बैंड के पास अनियंत्रित हो गई और टांस नदी में समा गई. ये क्षेत्र हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बार्डर पर आता है. हादसा होते ही बस में चीख पुकार मच गई.
जिस समय ये हादसा हुआ उस समय काफी लोग आसपास मौजूद थे. सूचना पर देहरादून व उत्तरकाशी से बचाव दल के साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचें. जिस स्थान पर हादसा हुआ वहां का क्षेत्र काफी दुर्गम है. इस कारण राहत अभियान चलाने में दिक्कत आ रही है.
शिमला के उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि यात्री उत्तराखंड के विकास नगर से टूनी जा रहे थे और दुर्घटना हिमाचल प्रदेश में उत्तराखंड-हिमाचल सीमा पर हुई. उन्होंने बताया कि बस में 56 लोग सवार थे. शिमला के पुलिस अधीक्षक डी.डब्ल्यू नेगी ने बताया कि 43 शव बरामद किए जा चुके हैं और अन्य की खोज जारी है. सिरमौर एवं शिमला से एकत्रित चिकित्सीय एवं बचाव दल के साथ पुलिस यहां से 190 किमी दूर घटनास्थल पर राहत अभियान में जुटी है.पीड़ितों को मुआवजा
वहीं उत्तराखंड सरकार ने इस घटना के बाद हादसे में मरने वाले लोगों को एक लाख रूपये, गंभीर रूप से घायलों को पचास हजार और मामूली रूप से घायलों को 25 हजार रूपये देने की घोषणा की है.