
इंडिया टुडे के खास इवेंट में म्यूजिक कंपोजर और एक्टर हिमेश रेशमिया ने शिरकत की. उन्होंने इस इवेंट में रानू मंडल से लेकर अपनी प्रोफेशनल लाइफ के बारे में बातचीत की. उन्होंने यंग म्यूजिशियन्स और म्यूजिक कंपोजर्स के लिए खास टिप्स भी दिए.
उन्होंने अपनी लाइफ के बारे में बात करते हुए बताया कि 'जब मैं 11 साल का था तो मेरे बड़े भाई का देहांत हो गया था. मैं सीरियल प्रोडक्शन की लाइन में आ गया था. मेरे पिता की एक फिल्म के गाने मैंने 13 साल की उम्र में कंपोज कर लिए थे. मैं एक सफल सीरियल प्रोड्यूसर भी बन गया था. इसके बाद मुझे सलमान भाई ने ब्रेक दिया था और मैं कंपोजर के तौर पर भी सफल होने लगा था.
हिमेश के लिए क्या था चैलेंज?
हिमेश ने आगे कहा कि सलमान भाई ने मुझसे कहा भी था कि कुछ गाने तो लोग तुम्हें लोग दे सकते हैं लेकिन इस सफलता को अगले स्तर तक कैसे ले जाओगे? मेरे लिए चैलेंज ये था कि मैं इस सफलता को बरकरार कैसे रखूं. उस दौरान मैंने एक चीज़ सोची थी कि मेरा जो विचार है वो नया होना चाहिए. वो विचार आपको हमेशा आगे लेकर जाएगा.'
हिमेश के पास रहता है 350 गानों का स्टॉक
उन्होंने कहा कि 'मेरा विचार था कि अगर डायरेक्टर्स या प्रोड्यूसर्स, इंडस्ट्री के दिग्गज म्यूजिक कंपोजर को फिल्म की किसी परिस्थिति के लिए कोई गाना देते थे तो उनके पास स्टॉक के लिए एक या दो गाने ही होते थे. मैंने उस दौर में अपने स्टॉक में 350 गाने रखे थे. मैंने कई लोगों से उन गानों को चेक कराता था और फिर अप्रूवल मिलने के बाद उसे इस्तेमाल करता था और फिर हर डायरेक्टर या प्रोड्यूसर के पास अपने उन 350 गानों को लेकर पहुंचता था. जो असल में काफी अच्छे थे ताकि प्रोड्यूसर्स अगर किसी बड़े कंपोजर को छोड़कर मुझे साइन कर रहे हैं तो उन्हें एहसास हो कि उनका फैसला गलत नहीं है. मुझे लगता है कि आपके पास भी ऐसा ही कोई विचार होना चाहिए, मां पिता का साथ और भगवान का आशीर्वाद आपके साथ होना बहुत जरूरी है.'