
संसद में मौका था अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार को घेरने का, लेकिन आज जो हुआ उसका उदाहरण आने वाले वक्त में बार-बार दिया जाएगा. लोकसभा में आज एक ऐतिहासिक तस्वीर देखने को मिली.
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला, लेकिन सदन में मौजूद सभी सदस्य तब चौंक गए जब भाषण खत्म कर राहुल गांधी सीधे पीएम मोदी की सीट पर गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगा लिया. इसे इस साल की सबसे ऐतिहासिक राजनीतिक तस्वीर कहा जाए तो कोई हर्ज नहीं होगा.
इस तस्वीर की वजह बना राहुल गांधी के भाषण का वह अंतिम हिस्सा, जिसमें उन्होंने कहा कि आप चाहे कितनी भी गाली दे लो लेकिन मेरे अंदर आपके प्रति प्रेम है. आप मुझे कितना भी पप्पू कह लो, मैं आपसे नफरत नहीं प्रेम करूंगा. मैं कांग्रेस हूं और यही कांग्रेस की भावना है. यह भावना आपके अंदर भी है और मैं आप सबके अंदर से इस भावना को निकालूंगा और आप सबको कांग्रेस में बदलूंगा.
राहुल का इतना कहना था कि संसद में ज्यादातर सांसद हंस पड़े. खुद लोकसभा स्पीकर इस बात पर हंस रही थीं. हालांकि राहुल ने इसकी परवाह नहीं की और तेजी से चलते हुए पीएम मोदी के करीब पहुंच गए.
राहुल ने गले लगाने के लिए पीएम मोदी से उठने का आग्रह किया. हालांकि पीएम मोदी राहुल की अचानक किए गए इस हरकत से चौंक गए और उठने से मना कर दिया. हालांकि राहुल वहां नहीं रूके और पीएम मोदी को जाकर जोर से गले लगा लिया. इसके बाद राहुल वापस जाने लगे.
कुछ समय तक पीएम को विश्वास नहीं हो रहा था, लेकिन उन्होंने खुद को संभाला और राहुल से वापस लौटने को कहा. राहुल वापस लौटे तो पीएम मोदी ने उनसे हाथ मिलाया और पीठ थप थपाई . इस दौरान पीएम मोदी और राहुल के बीच क्या बातचीत हुई, माइक ऑन नहीं होने की वजह से वो बात सबके सामने नहीं आ पाई. हालांकि राहुल का यह अंदाज और सत्ता और विपक्ष का यूं गले लगाना इतिहास में दर्ज हो गया और यह इस साल की सबसे ऐतिहासिक तस्वीर बन गई.
आपको बता दें कि यह गले लगाना इसलिए भी ऐतिहासिक रहा क्योंकि बीजेपी अविश्वास प्रस्ताव शुरू होने से पहले से ही राहुल गांधी पर लगातार हमले कर रही थी. अविश्वास प्रस्ताव से ठीक पहले बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर चुटकी लेते हुए एक ट्वीट कर दिया था. गिरिराज ने ट्वीट में लिखा था कि- भूकंप के मज़े लेने के लिए तैयार हो जाइए. गिरिराज का यह ट्वीट करना था कि सोशल मीडिया पर 'भूकंप आने वाला है' हैशटैग के साथ ट्वीट की बाढ़ आ गई थी. गिरिराज के इस ट्वीट को राहुल गांधी के उस बयान से जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें राहुल ने कहा था कि अगर उन्हें संसद में 15 मिनट बोलने दिया जाए तो भूकंप आ जाएगा.
वहीं जब संसद में राहुल गांधी की जुबान फिसली तब भी बीजेपी के सांसदों ने उनकी खूब हंसी उड़ाई थी. राहुल गांधी अपने भाषण में जीएसटी को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साध रहे थे. इसके बाद जैसे ही उन्होंने पीएम मोदी की विदेश यात्राओं पर बोलना शुरू किया, उनकी जुबान फिसल गई. राहुल गांधी ने कहा कि जब पीएम 'बार' जाते हैं. यहां 'बार' से उनका आशय बाहर से था. उन्होंने अंग्रेजी में मतलब समझाते हुए कहा कि मतलब एब्रॉड (abroad) यानी जब पीएम ओबामा, ट्रंप आदि से मिलने जाते हैं. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. बीजेपी के नेता उनके इस बयान पर हंसने लगे. साथ ही पीएम मोदी भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए और जोर जोर से हंसने लगे थे.
राहुल ने कहा- कोई लाठी मारे पर तुम्हारे दिल में उसके लिए प्यार होना चाहिए
वहीं बीजेपी ने राफेल पर राहुल के बयान की भी कड़ी आलोचना की थी. राहुल ने कहा था कि रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने पीएम मोदी के दबाव में देश से झूठ बोला. इन सबके बावजूद राहुल ने पीएम मोदी को गले लगाया और अब उनका यह अंदाज इतिहास में दर्ज हो चुका है.
वहीं इससे पहले राहुल गांधी ने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री और आरएसएस का अभारी हूं कि इन्होंने मुझे कांग्रेस का मतलब समझाया. इन्होंने हिन्दुस्तानी होने का मतलब समझाया. हिन्दुस्तानी का मतलब, आपको कोई भी कुछ भी कहे, गाली दे, झूठ बोले, लाठी मारे तुम्हारे दिल में उसके लिए प्यार होना चाहिए. ये बात नरेंद्र मोदी जी, बीजेपी और आरएसएस ने मुझे सिखाया. इसके लिए मैं आपको दिल से धन्यवाद कहता हूं.'
अविश्वास प्रस्ताव पर होनी है वोटिंग
बुधवार को टीडीपी सांसद की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने मंजूर किया था, जिसके बाद उस पर चर्चा के लिए शुक्रवार का दिन तय हुआ है. लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है और उसके बाद वोटिंग कराई जाएगी.
बीते बजट सत्र में भी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश की गई थी, लेकिन तब हंगामे की वजह से प्रस्ताव पेश नहीं किया जा सका था. टीडीपी सांसद जयदेव गल्ला बहस की शुरुआत की. टीडीपी, कांग्रेस, बीजेपी, टीएमसी समेत कई दलों ने अपने-अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी कर सदन की कार्यवाही में मौजूद रहने के लिए कहा है.