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देशभर में हर साल फाल्गुन के महीने में होली का त्योहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. इस साल 2 तारीख को होली का त्योहार मनाया जाएगा. होली के दिन हर जगह मस्ती का माहौल रहता है पर बता दें कि एक जगह ऐसी भी है जहां पिछले 150 सालों से होली नहीं मनाई गई.
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से 35 किलोमीटर की दूरी पर खरहरी नाम का एक गांव है. कहा जाता है कि इस गांव में पिछले 150 सालों से होली का त्योहार नहीं मनाया गया है. गांव के बुजुर्गों का मानना है कि उनके जन्म के काफी समय पहले से ही इस गांव में होली ना मनाने का रिवाज है. इस गांव में करीब 4000 लोग रहते हैं.
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गांव के बुजुर्गों के अनुसार यहां करीब 150 साल पहले भीषण आग लगी थी. गांव के हालात बेकाबू हो गए थे और गांव भर में महामारी फैल गई थी. इस दौरान गांव के लोगों का भारी नुकसान हुआ था और हर तरफ अशांति फैल गई थी.
मान्यता है कि एक रोज गांव के एक हकीम के सपने में एक देवी आईं और उन्होंने हकीम को इस त्रासदी से बचने का उपाय बताया. उन्होंने कहा कि गांव में होली का त्योहार कभी ना मनाया जाए तो यहां शांति वापस आ सकती है. तभी से इस गांव में कभी भी होली का त्योहार नहीं मनाया गया.
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गांव का कोई बच्चा या युवा अगर त्योहार मनाने की कोशिश करता है या कहीं और जाकर त्योहार मनाने की जिद करता है तो गांव के बुजुर्ग उसका बहिष्कार कर देते हैं.