
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर मसले को लेकर आतंकवाद के पनाहगाह पाकिस्तान को कड़ी नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत कश्मीर को भारत से छीन नहीं सकती है. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर भारतीय क्षेत्र की रक्षा के लिए सुरक्षा बलों को सीमा पार करनी पड़ी, तो उससे भी पीछे नहीं हटेंगे. एक कार्यक्रम में गृहमंत्री ने साफ कहा कि कश्मीर भारत का है, था और हमेशा रहेगा. कोई भी इसको हमसे छीन नहीं सकता है.
इस दौरान राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना की भी जमकर तारीफ की. पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा, ''हम न सिर्फ भारत की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, बल्कि देश की रक्षा के लिए जरूरत पड़ने पर सीमा भी पार कर सकते हैं, लेकिन इसको अन्यथा नहीं लेना चाहिए.'' हालांकि गृहमंत्री ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत अच्छे संबंध चाहता है. बशर्ते पाकिस्तान को आतंकियों को मदद पहुंचाना बंद करना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, ''अब अमेरिका भी पाकिस्तान की खुलेआम आलोचना कर रहा है. मुझे नहीं पता कि आखिरकार पाकिस्तान को हुआ क्या है? हम पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं, लेकिन उसने दोस्ती के हमारे प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है.'' गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने खूंखार आतंकी हाफिज सईद को राजनीति संरक्षण देने को लेकर भी पाकिस्तान को जमकर लताड़ा. उन्होंने कहा कि देश की अखंडता को बरकरार रखने के लिए सुरक्षा बल जरूरत पड़ने पर नियंत्रण रेखा (LoC) पार कर सकते हैं.
मालूम हो कि भारतीय सेना ने सितंबर 2016 में LoC पार कर आतंकी लॉन्च पैड पर सर्जिकल हमले किए थे और जम्मू-कश्मीर के उरी आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले का बदला लिया था. जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बताते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार कश्मीर मुद्दे का स्थायी समाधान चाहती है और इसकी तरफ से नियुक्त वार्ताकार बातचीत करने के इच्छुक किसी भी पक्ष से वार्ता को तैयार हैं.
इसके अलावा गृहमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने में सफलता पाई है. उन्होंने कहा कि पहले कोई भी पाकिस्तान के आतंकवाद की बात नहीं करता था, लेकिन अब अमेरिका भी पाकिस्तान की निंदा करता है. इंटेलिजेंस ब्यूरो के पूर्व प्रमुख दिनेश्वर शर्मा को कश्मीर मुद्दे पर वार्ताकार नियुक्त करने का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि जो भी वार्ता के लिए इच्छुक हैं, वार्ताकार उनसे बातचीत करेंगे.