
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक होटल मैनेजर ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी. लेकिन सबसे हैरान करने वाला रहा होटल मैनेजर द्वारा छोड़ा गया सुसाइड नोट. सुसाइड नोट में दर्ज छोटे भाई के मोबाइल नंबर के जरिए पुलिस ने मृतक की पहचान की. पुलिस के मुताबिक, मामला घरेलू विवाद के चलते खुदकुशी का लग रहा है, हालांकि असली वजह जांच के बाद ही पता चल पाएगी.
लेकिन सुसाइड नोट में जो सबसे चौंकाने वाली बात लिखी है, वह यह कि मृतक ने कहा है कि उसकी मां और बुआ को उसकी लाश को हाथ तक न लगाने दिया जाए. मृतक का पोस्टमार्टम करवाकर लाश परिवार वालों को सौंप दी गई है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
भोपाल के बागसेवनिया थाने की पुलिस को सोमवार की सुबह करीब 5.30 बजे रेलवे की पटरी के पास एक लाश पड़ी मिली. पुलिस के मुताबिक, ट्रेन से टकराने के कारण चेहरा बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया था, जिससे मृतक की पहचान नहीं हो पा रही थी.
मृतक के जेब से मिले सुसाइड नोट से उसके घरवालों का पता लगा. पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान अरेरा कॉलोनी निवासी 32 वर्षीय प्रणव देवगन के रूप में हुई. देवगन एक होटल में मैनेजर के पद पर नियुक्त थे. सुसाइड नोट में लिखे मृतक के छोटे भाई पंकज देवगन को बुलाया गया तो उन्होंने मृतक की पहचान अपने बड़े भाई के रूप में कर ली. उन्होंने बताया कि प्रणव देवगन 12 घंटे से लापता था और कहीं मिल नहीं रहे थे.
लेकिन पुलिस की भी हैरानी की तब ठिकाना नहीं रहा, जब उन्होंने पूरा सुसाइड नोट पढ़ा. सुसाइड नोट में मृतक ने अपनी मौत के लिए किसी को अपनी मौत का जिम्मेदार तो नहीं ठहराया है, लेकिन जो लिखा है वह चौंकाने वाला है.
'दैनिक भास्कर' के मुताबिक, सुसाइड नोट में होटल मैनेजर ने अपनी बहन को संबोधित कर लिखा है, "मेरी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. मैं जा रहा हूं. बहन मेरी मौत के बाद मेरे बच्चों का खयाल रखना. हां, मां और बुआ को मेरी लाश को हाथ तक मत लगाने देना. मेरे शव को जलाना नहीं, दफना देना. जिससे मैं यहीं रहूं."
सुसाइड नोट पढ़कर पुलिस भी सकते में है कि आखिर ऐसी कौन सी वजह है कि मृतक अपनी मां और बुआ से इस हद तक नफरत करने लगा था. खुदकुशी के पीछे पारिवारिक कारण तो है ही, लेकिन सही-सही वजह क्या है, इसका पता परिवार वालों का बयान दर्ज करने के बाद ही चल पाएगी.