Advertisement

सही नींद नहीं लेने वालों को रहता है असमय मौत का खतरा

पुरुषों की तुलना में महिलाओं की नींद ज्यादा अनियमित होती है. जिससे उनमें ये खतरा हमेशा अधिक बना रहता है.  शोधकर्ताओं के अनुसार चार से आठ घंटे के बीच नींद लेना स्वास्थ्य के लिए सबसे बेहतर है.

नियमित नींद लेना है जरूरी नियमित नींद लेना है जरूरी
भूमिका राय
  • नई दिल्ली,
  • 10 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 1:34 PM IST

ये कोई पहला मौका नहीं जब अनियमित नींद से होने वाले खतरों के बारे में जानकारी दी गई है. पर हाल में हुए एक शोध के मुताबिक, आठ घंटे से अधिक सोना या फिर चार घंटे से कम सोना दोनों ही स्थिति खतरनाक हो सकती है. तय समय से अधिक या कम सोने पर दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है.

Advertisement

चार घंटे से कम सोने वाले लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा 36 फीसदी तक बढ़ जाता है. वहीं आठ घंटे से अधिक सोने वालों में दिल की बीमारी होने का खतरा 28 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. शोधकर्ताओं ने पाया है कि महिलाओं में ये खतरा पुरुषों की तुलना में कहीं अधिक होता है.

शोधकर्ता मानते हैं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं की नींद ज्यादा अनियमित होती है. जिससे उनमें ये खतरा हमेशा अधिक बना रहता है. उनके अनुसार चार से आठ घंटे के बीच की नींद लेना स्वास्थ्य के लिए सबसे बेहतर है.

नींद की अनियमितता से न केवल दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है बल्क‍ि इससे मोटापे की आशंका भी बढ़ जाती है. शोधकर्ता मानते हैं कि नींद की कमी या अधिकता से होने वाली ये बीमारियां असमय मौत का कारण भी बन सकती हैं.

Advertisement

ये शोध इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित किया गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement