
FaceApp पूरी तरह से वायरल हो चुका है. लोग दो खेमों में बंट चुके हैं. एक खेमा कह रहा है कि इस ऐप से कोई नुकसान नहीं है, जबकि दूसरे खेमे के लोग कह रहे हैं कि ये ऐप प्राइवेसी पर बड़ा खतरा है. लोग इस ऐप की प्राइवेसी को लेकर सवाल उठा रहे हैं. तो कुछ लोग ये कह रहे हैं कि फेसबुक, वॉट्सऐप और दूसरी ऐप्स की भी प्राइवेसी पॉलिसी इसी तरह की होती है.
FaceApp के फाउंडर और सीईओ ने इंटरव्यू देना भी शुरू कर दिया है. ये ऐप दुनिया भर में अचानक से वायरल हुआ है. हालांकि यह 2017 से ही ऐप स्टोर पर है. अभी आलम ये है कि ये ऐप क्रैश कर रहा है और कहीं लोग इसे यूज भी नहीं कर पा रहे हैं.
FaceApp गूगल प्ले स्टोर से लेकर ऐपल ऐप स्टोर में फ्री कैटिगरी में नंबर-1 पर बना हुआ है. करोड़ों बार इसे डाउनलोड किया जा चुका है और इसकी रेटिंग भी 4.5 है. ये न सिर्फ एक देश में ट्रेंड कर रहा है, बल्कि दुनिया भर के 121 मुल्कों में नंबर-1 पर बना हुआ है.
FaceApp के टर्म्स और कंडीशन्स के बारे में हमने आपको पहले भी बताया है. इसकी पॉलिसी ये साफ कहती है कि यूजर की फोटोज और डेटा कंपनी के पास रहेगी और इसे विज्ञापन के लिए नहीं बेचा जाएगा. हालांकि यहां ये भी कहा गया है कि अगर इस ग्रुप की कंपनी को इसकी जरूरत पड़े तो वो यूजर का डेटा यूज कर सकती है.
FaceApp के फाउंडर ने क्या कहा है?
FaceApp एक रशियन ऐप है और इसके फाउंडर ने कहा है कि इससे यूजर्स को प्राइवेसी का कोई खतरा नहीं है. उन्होंने कहा है कि कंपनी यूजर डेटा किसी थर्ड पार्टी को सेल नहीं करती है. अगर यूजर चाहें तो फेस ऐप से अपना डेटा डिलीट भी करा सकते हैं.
FaceApp से अपना डेटा कैसे डिलीट कराएं?
अगर आपको लगता है कि FaceApp से आपको अपना डेटा डिलीट कराना चाहिए तो आप ये भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको इस ऐप की सेटिंग्स में जाना है. यहां सपोर्ट का ऑप्शन है. इसके बाद Report a bug पर क्लिक करें. यहां आप सबजेक्ट लाइन में Privacy लिख कर अपनी क्वेरी सेंड कर सकते हैं.
कुल मिला कर ये है कि कंपनी ने ये साफ कर दिया है कि यूजर का डेटा सेफ है और भले ही ये ऐप रूस का है, लेकिन डेटा रूस नहीं जाता है.
क्या FBI करेगी FaceApp की जांच?
ये ऐप रूस का है. अमेरिका और रूस एक दूसरे के राइवल हैं. इन दोनों देशों के रिश्ते बेहतर नहीं हैं. ऐसे में अमेरिकी सेनेट माइनॉरिटी लीडर Chuck Schummer ने FaceApp को लेकर इन्वेस्टिगेशन की मांग की है. उन्हें ऐसा लगता है कि ये ऐप परेशानी वाला है और अमेरिकी लोगों का पर्सनल डेटा दूसरे देश के पास जा रहा है. उनका इशारा साफ है, यानी वो कह रहे हैं कि इसके जरिए अमेरिकी लोगों का डेटा रूस जा रहा है. उन्होंने कहा है कि इस ऐप की जांच FBI और FTC को करना चाहिए.
कई सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स दावा कर रहे हैं कि ये ऐप सिर्फ वही डेटा रखता है जो आप इसे देते हैं. फ्रेंच सिक्योरिटी रिसरर्चर Robert Baptiste ने कहा है कि FaceApp के टर्म्स और कंडीशन्स में भी वो ही बातें हैं जो फेसबुक और वॉट्सऐप में होते हैं. ये ऐप भी उसी तरह के परमिशन यूजर्स से लेता है. ये ऐप बैकग्राउंड में यूजर्स की फोटो अपने सर्वर पर अपलोड नहीं करता है.
क्या आपको ये ऐप यूज करना चाहिए?
ये ऐप फन के लिए है. ये सच है कि आपकी फोटोज पर इसका ऐक्सेस होता है और आपकी बायोमेट्रिक डीटेल्स भी इसके पास जाती हैं. प्राइवेसी के लिहाज से देखें और आप प्राइवेसी को पसंद करते हैं तो आप इससे बच सकते हैं. लेकिन ऐसा भी नहीं है कि ये ऐप आपके लिए बड़े खतरे की घंटी है.