
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक विवादास्पद बयान दिया है. मध्य प्रदेश के छिंदवाडा में तिरंगा यात्रा के दौरान उन्होंने कहा कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के साथ ही जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और सरदार पटेल भी आजादी के लिए फांसी पर झूले थे.
जावड़ेकर अपने भाषण के दौरान शहीदों पर बोल रहे थे. उन्होंने ऐसे शहीदों के नाम लिए जिन्हें आजादी की लड़ाई के दौरान फांसी हुई थी. इसी क्रम में वे नेहरू और पटेल के साथ ही सुभाष चंद्र बोस का नाम भी ले बैठे.
'सुनने वालों को नहीं हुई गलतफहमी'
दूसरी ओर, प्रकाश जावड़ेकर ने ट्विटर पर अपनी सफाई दी है. उन्होंने एक के बाद एक चार ट्वीट में लिखा है, 'मैंने 1857 के बाद के सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी. मैंने गांधी, नेहरू, बोस का नाम लिया. यह लाइन यही खत्म थी. अगली लाइन में मैंने उनको गिनाया, जिन्हें फांसी दी गई, जिन्हें जेल जाना पड़ा और जिन पर अंग्रेजी हुकूमत ने जुल्म ढाए. मेरे दिमाग में इसको लेकर कोई उलझन नहीं थी. वहां सुनने वालों को कोई गलतफहमी नहीं हुई है.'
इससे पहले छिंदवाड़ा पहुंचे जावड़ेकर ने कहा कि वे छिंदवाड़ा जिले के विकास के लिए सबको साथ लेकर चलेंगे. बैठक में कांग्रेस विधायकों की कुर्सी जहां खाली नजर आई, वहीं सांसद कमलनाथ के नाम की टेबल नहीं लगाई गई थी.
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