
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने महागठबंधन की जीत के लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने का ऐलान किया है. मांझी ने शुक्रवार को पटना में कहा कि मेरा लक्ष्य महागठबंधन को विजय दिलाना है. इसके लिए मुझे जो भी कुर्बानी देनी होगी, देंगे. लेकिन बिहार में एनडीए गठबंधन को हरा कर ही दम लेंगे.
जीतनराम मांझी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे चुनाव नहीं भी लड़ेंगे. जीतनराम मांझी ने त्याग की भावना दिखाते हुए कहा कि समय की मांग हुई तो उनकी पार्टी एक सीट की भी मांग नहीं करेगी और ना किसी सीट पर चुनाव लड़ेगी. पटना में पत्रकारों से बातचीत में मांझी ने कहा कि वे कुशवाहा की तरह खीर बनाने और खिलाने में विश्वास नहीं करते हैं.
हां, खिचड़ी बनाने में उन्हें विश्वास है. उपेन्द्र कुशवाहा ने शुक्रवार को कहा कि एनडीए के कुछ नेता ही नरेंद्र मोदी को पीएम बनते नहीं देखना चाहते हैं. मांझी ने कुशवाहा के इस बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के मुंह में घी शक्कर. मांझी ने कहा कि एनडीए में जो लोग मोदी को पीएम बनते नहीं देखना चाहते उनका हम स्वागत करते हैं. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि उपेन्द्र कुशवाहा जितनी जल्दी हो महागठबंधन में आ जाइए, नहीं तो फिर जगह नहीं मिलेगी.
राजधानी पटना में अतिक्रमण हटाने पर जीतराम मांझी ने कहा कि सिर्फ गरीबों की झोपड़ियां उजाड़ी जा रही हैं. सरकार गरीबों के बिना विकल्प किए ही बारिश में उनके घरों को तोड़ रही है. सरकार पूरी तरह से बेशर्म हो गई है. बड़े-बड़े मॉल को छोड़ फुटपाथी दुकानों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. सरकार को चेतावनी देते हुए जीतनराम मांझी ने कहा कि गरीबों के आशियानों को उजाड़ने के विरोध में 15 दिन के बाद गांधी मैदान में बड़ा आंदोलन करेंगे. साथ ही गांधी मैदान से लेकर राजभवन तक मार्च करेंगे.