
उत्तर प्रदेश में सेना भर्ती में एक बड़ी चूक का मामला सामने आया है. जहां सेना की खुफिया इकाई ने एसटीएफ के साथ मिलकर तीन ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है. जिन्होंने फर्जी दस्तावेजों के जरिए सौ नेपाली युवकों को भारतीय सेना में भर्ती कराया है.
सेना में भर्ती के दौरान किए गए इस फर्जीवाडे की खबर ने अधिकारियों के होश उड़ा दिए हैं. सेना में भर्ती के दौरान बिना पुलिस वेरिफिकेशन नेपाली युवकों को सेना में भर्ती कराया गया. उनकी तैनाती गोरखा राइफल्स में की गई है. सभी नेपालियों को फर्जी दस्तावेजों के जरिए सेना में भर्ती कराने का खुलासा हुआ है.
इस काम को अंजाम देने वाला गिरोह यूपी की राजधानी लखनऊ में सक्रीय था. यह गिरोह लखनऊ में ही नेपालियों के लिए फर्जी निवास प्रमाणपत्र, भारतीय मूल निवासी प्रमाण पत्र, गोरखा होने का प्रमाणपत्र और शैक्षणिक दस्तावेज बनाता था. ज़रूरत पड़ने पर बाहर के दस्तावेज भी बना दिए जाते थे.
एसटीएफ ने गिरफ्तारी के वक्त गिरोह के सदस्यों से इब्राहिमपुर वार्ड की सभासद सुनीता यादव के नाम का लेटरहेड और मुहर भी बरामद की. इसके अलावा मौके से कई फर्जी मार्कशीट और डिस्चार्ज बुक भी बरामद हुई है.
सेना की खुफिया इकाई और एसटीएफ इन तीन आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है. इनके फरार साथियों को भी तलाश किया जा रहा है. इस गिरोह में आधा दर्जन लोग काम कर रहे थे.