
गुजरात से हाल ही में विधायक चुने गए दलित नेता जिग्नेश मेवाणी संसद मार्ग पर युवा हुंकार रैली कर रहे हैं. हालांकि उन्हें दिल्ली के रैली करने की अनुमति प्रशासन ने नहीं दी थी. इसके बावजूद जिग्नेश अपने साथियों के साथ पार्लियामेंट स्ट्रीट पर पहुंचने में कामयाब रहे. उनके साथ किसान नेता अखिल गोगोई और छात्र नेता शेहला रशीद भी हैं. जिग्नेश ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा कि युवाओं और एक निर्वाचित प्रतिनिधि की आवाज दबाई जा रही है, जो सरकार के लिए शर्म की बात है.
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने एनजीटी के आदेश का हवाला देते हुए पार्लियामेंट स्ट्रीट पर मेवाणी की हुंकार रैली को मंजूरी नहीं दी थी. दिल्ली पुलिस ने बताया कि मेवाणी को रामलीला मैदान में रैली करने को कहा गया था, लेकिन उन्होंने लिखित तौर पर कुछ नहीं दिया है. इसके बावजूद मेवाणी संसद मार्ग पर रैली करने पहुंचे.
जिग्नेश ने कहा कि हम संविधान के दायरे में रहकर काम करते हैं. चंद्रशेखर रावण को जिस तरह से निशाना बनाया गया है, उसका हम विरोध करने पहुंचे है. देश में हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया गया था, वो पूरा नहीं किया. सामाजिक न्याय के साथ धोखा हुआ. दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं और अल्पसंख्यकों को बोलने नहीं दिया जा रहा है. इससे दुर्भाग्यपूर्ण क्या होगा?
उन्होंने कहा कि हम तो सिर्फ लोकतांत्रिक और शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने जा रहे हैं, सरकार हमें निशाना बना रही है, एक निर्वाचित प्रतिनिधि को बोलने की इजाजत नहीं दी जा रही है.