
संगम नगरी इलाहाबाद में मानवीय संवेदनाओं को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक पति ने अपनी पत्नी की मौत के बाद भी उसका शव तीन दिन तक घर में रखे रखा. इस शख्स ने ऐसा सिर्फ इसलिए किया क्योंकि दीवाली का सीजन है और उसके पास ऑर्डर ज्यादा था, इसलिए उसके पास पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए वक्त नहीं था.
पत्नी की लाश बिस्तर पर पड़ी रही और ये शख्स अपना काम करता रहा. तीन दिन बाद दुर्गंध फैलने पर आसपास के लोगों को शक हुआ. सूचना दिए जाने पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.
ये घटना मेजा रोड बाजार की है. यहां 65 वर्षीय राजाराम सिंह की बताशों की दुकान है. दुकान के पीछे ही बताशे बनाने का कारखाना है. दुकान के ऊपर ही घर में ये निसंतान दंपती रहते थे. राजाराम की पत्नी अंजू कई दिनों से बीमार थीं. राजाराम ने बताया कि उसकी पत्नी कुछ खाती नहीं थी, बस पानी पीती थी.
पूछताछ में राजाराम ने बताया कि उसकी पत्नी की तीन दिन पहले ही मौत हो गयी थी लेकिन दीवाली का एडवांस लेकर वह माल बना रहा था. इसकी वजह से उसके पास पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए वक्त नहीं था. राजाराम के मुताबिक ऑर्डर का माल पूरा सप्लाई कर देने के बाद ही वो पत्नी का अंतिम संस्कार करता. हैरानी की बात है कि राजाराम तीन दिन तक उसी कमरे में सोता रहा जहां बिस्तर पर पत्नी का शव पड़ा था.
एसपी (यमुनापार) अशोक कुमार के मुताबिक राजाराम ने जिस तरह का बर्ताव किया, उससे लगता है कि वो मानसिक रूप से बीमार है. लेकिन सवाल ये भी है कि वो पत्नी की मौत के बाद भी बताशे बनाने का अपना काम करता रहा. भौतिकतावादी युग में इनसान इतना संवेदनहीन हो गया है कि कारोबार की सनक उसके लिए पत्नी की मौत से भी पहले हो गई.