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आतंकी संगठन ISIS का 'ट्विटर हैंडल' चलाने के आरोप में गिरफ्तार मेहदी मसरूर बिस्वास को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है. मेहदी खुद को एक सैनिक भी मानता है. उसने कोर्ट से बाहर आते वक्त खुद ही ये बातें बताईं. मेहदी ने कबूला अपना गुनाह
जब पुलिस बेंगलुरु में मेहदी को कोर्ट से बाहर लेकर जा रही थी, तो उसने एक वकील से कहा, 'मैं एक सैनिक और मैजेंसर हूं. मुझे अपने किए पर कोई अफसोस नहीं है.'
मेहदी मसरूर बिस्वास ने गिरफ्तारी के तुरंत बाद भी इसी तरह के बयान दिए थे. तब भी उसने पुलिस के सामने यही कहा था कि उसने जो रास्ता चुना, वह उसकी नजर में सही है.
2 जनवरी, 2015 तक बढ़ाई गई मेहदी की पुलिस हिरासत
बेंगलुरु की एक स्थानीय अदालत ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन ISIS के समर्थन में ट्विटर अकाउंट चलाने के आरोप में गिरफ्तार मेहदी मसरूर विश्वास की पुलिस हिरासत 15 दिनों के लिए बढ़ा दी. पुलिस ने मेहदी की 25 दिनों की हिरासत मांगी थी.
गुरुवार को ही पश्चिम बंगाल में रहने वाले मेहदी के माता-पिता ने बेगलुरु आकर अपने बेटे से मुलाकात भी थी. वे शहर के पुलिस आयुक्त एमएन रेड्डी से भी मिले. रेड्डी ने कहा कि उन्होंने मेहदी के माता-पिता को स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है.
मेहदी के खिलाफ आईपीसी की धारा 125, गैर-कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून की धारा 18 और 39 और IT कानून की धारा 66 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.