
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने 1994 में इंडिया टुडे (गुजराती) की सीनियर कॉपी एडिटर शीला भट्ट को फोन पर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया था, जिसमें वो याकूब मेमन को लेकर पूछे गए सवालों पर भी जमकर बोला था. पढ़िए उसी इंटरव्यू के कुछ खास अंश.
याकूब की फांसी से आप पर क्या असर हुआ?
दाऊद : मैं खुश हूं कि वो पकड़ा गया. अब कम से कम जांच तो सही दिशा में चल रही है.
क्या आपने याकूब को भारत भेजा था?
दाऊद: मैं उसे क्यों भेजूंगा? मुझसे उससे कोई मतलब नहीं है. मैंने कभी उसकी शक्ल भी नहीं देखी.
क्या आपने याकूब को सरेंडर करने के लिए कहा था?
दाऊद: याकूब आपके पास है. आप उसे क्यों नहीं पूछते? याद रखिए, याकूब ने पूरे देश के सामने टीवी पर बयान दिया था कि वो मुझे नहीं मिला.
आप 12 मार्च 1993 को कहां थे, जब मुंबई में बम धमाके हुए?
दाऊद: मैं घर पर था और उस दिन मुस्लिमों, गुजरातियों, सिंधियों के फोन कॉल्स की बाढ़ आ गई. मैं सन्न था. लेकिन जब कार मिल गई, तब मैं यह सोचकर राहत महसूस कर रह था कि कुछ सबूत मिल गए हैं और अब डरने की कोई जरूरत नहीं.
क्या आप टाइगर मेमन को जानते हैं?
दाऊद: वो दुबई में आता रहता था. लेकिन मेरे उसके साथ कोई निजी संबंध या बिजनेस डील नहीं है. मैं उससे बार मिला.
क्या आप यह कह रहे हैं कि मुंबई ब्लास्ट में आपका कोई हाथ नहीं था?
दाऊद: हां, मेरा भरोसा कीजिए, मैं दिल चीर कर तो नहीं दिखा सकता. मेरा धमाकों से किसी भी रह का संबंध नहीं है.