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वकार यूनुस ने कहा, ‘मैं बदले की भावना नहीं रखता’

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच और पूर्व तेज गेंदबाज वकार यूनुस ने कहा है कि वो पूरी तरह से देशभक्त क्रिकेटर हैं और क्रिकेटरों के साथ उनका व्यवहार बहुत ही दोस्ताना रहता है.

वकार यूनुस वकार यूनुस
aajtak.in
  • कराची,
  • 14 अप्रैल 2015,
  • अपडेटेड 8:01 PM IST

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच और पूर्व तेज गेंदबाज वकार यूनुस ने कहा है कि वो पूरी तरह से देशभक्त क्रिकेटर हैं और क्रिकेटरों के साथ उनका व्यवहार बहुत ही दोस्ताना रहता है. उन्होंने जियो सुपर स्पोर्ट्स चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में वकार ने ‘अभिमानी’ और ‘बदले की भावना रखने वाला’ बताने वाले पूर्व क्रिकेटरों और आलोचकों को आड़े हाथों लिया. दरअसल पिछले कुछ दिनों से वकार यूनुस की आलोचना हो रही है कि वो पूर्व क्रिकेटरों से बदला ले रहे हैं.

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इंटरव्यू में वकार से पूछा गया कि क्या खिलाड़ियों के साथ उनका रवैया अभिमानपूर्ण है और क्या वह अपने साथ खेल चुके खिलाड़ियों के बाहर करके बदला चुकता कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘देखिए मैंने जब क्रिकेट खेलना छोड़ा उसी समय मेरे पांव जमीन पर पड़ने लग गए थे और ऑस्ट्रेलिया में बसने से यह बड़ी तेजी से हुआ. मैं जानता हूं कि मैं अब खिलाड़ी वकार नहीं हूं और खिलाड़ियों के साथ मेरा रवैया अभिमानपूर्ण नहीं है. सच्चाई यह है कि उनके साथ मेरा रवैया बेहद दोस्ताना है.’

इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘लेकिन हां मैं अभ्यास और क्रिकेट को लेकर कोई समझौता नहीं करता क्योंकि यदि आपने इसमें समझौता करना शुरू कर दिया तो फिर पाकिस्तान क्रिकेट कभी आगे नहीं बढ़ पाएगा.’ वकार ने कहा कि मुख्य कोच होने के नाते वह एक अच्छा मैनेजर और टीम में खिलाड़ियों के साथ दोस्ताना व्यवहार बनाये रखने में विश्वास करते हैं. उन्होंने कहा, ‘यह गलत है कि मैं किसी को निशाने पर रखता हूं या मैं यह नहीं भूल पाया हूं कि मैं कभी सुपरस्टार था.’

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वकार ने इसके साथ ही साफ किया कि सीनियर खिलाड़ियों के प्रति उनके मन में कोई द्वेष नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हां मेरा मानना है कि कोच के रूप में आपके साथ ऐसे खिलाड़ी नहीं होने चाहिए जो आपके साथ खेले थे लेकिन मैंने कभी जानबूझकर किसी का करियर समाप्त नहीं किया.’

वकार से पूछा गया कि क्या शोएब अख्तर को 2011 में भारत के खिलाफ वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में बाहर करना अनुचित था, उन्होंने कहा कि वहाब रियाज और उमर गुल तब रज्जाक के साथ अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे और दो स्पिनर भी अच्छा खेल रहे थे.’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए हमें शोएब को बाहर करना पड़ा और सच्चाई यह है कि तब वह यहां तक कि तीन ओवर पूरे करने के लिए जूझ रहा था और वहाब ने पांच विकेट लेकर अपने चयन को सही ठहराया था.’

वकार ने कहा कि यदि अख्तर ने अपने शरीर की परवाह की होती तो वह और अधिक विकेट ले सकता था. उन्होंने कहा, ‘तेज गेंदबाज होने के नाते आपको अपने शरीर का ध्यान रखना होता है और दुर्भाग्य से शोएब ने ऐसा नहीं किया.’ उन्होंने कहा कि पूर्व खिलाड़ियों की कड़ी टिप्पणियों से पाकिस्तान क्रिकेट को नुकसान हो रहा है. इसके साथ ही वकार ने साफ किया कि वह टीम में अधिक युवा और नए खिलाड़ियों को चाहते हैं.

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वकार ने कहा, ‘मेरा मानना है कि आपको सीनियर के साथ तीन या चार युवा और नए खिलाड़ियों की जरूरत पड़ती है ताकि उन्हें भविष्य में सीनियर का स्थान लेने के लिये तैयार किया जा सके.’ उन्होंने कहा कि भारत ने यह रणनीति अपनाई और यही वजह है कि उनकी बल्लेबाजी अब भी मजबूत है. वकार ने वर्ल्ड कप के बाद उनकी गोपनीय रिपोर्ट लीक होने पर भी निराशा व्यक्त की.

इनपुट भाषा से

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