
बिहार में सियासी बवाल मचा हुआ है, इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने माना है कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर उन्होंने गलती की थी और वो जनता से इसके लिए माफी मांगने के लिए तैयार हैं.
अंग्रेजी अखबार इकनॉमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में नीतीश कुमार से जब पूछा गया कि अपनी कुर्सी जीतनराम मांझी को सौंपने पर उन्हें पछतावा होता है क्या, तो उन्होंने जवाब दिया, 'हमारी अपेक्षाओं पर वो (मांझी) बिल्कुल खरे नहीं उतरे. अपना काम करने की जगह वो अपना पर्सनल एजेंडा फॉलो करने लगे. मांझी विवादित बयान देते रहे जिससे पार्टी को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी. जल्द ही ये साफ हो गया कि वो बीजेपी के इशारों पर काम कर रहे हैं और अगर उन्हें पार्टी से नहीं हटाया गया तो वो पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाते रहेंगे.'
मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़कर गलती की
मांझी के कुर्सी संभालते ही जिस तरह से चीजें बदलने लगी, जल्द ही खतरे की घंटी सुनाई देने लगी. मैं इसे नजरअंदाज करता गया कि वो संभल जाएंगे. बिहार के लोग इसके लिए मुझे ही दोषी ठहरा रहे होंगे मैंने उनके ऊपर ऐसा मुख्यमंत्री थोप दिया. मुझे लगता है कि मैंने मुख्यमंत्री का पद छोड़कर गलती की थी. मैं जनता से इसके लिए माफी मांगने से पीछे नहीं हटूंगा. मुझे लगता है मैंने गलती की और मुझे लोगों के सामने इसे स्वीकार करना चाहिए. लेकिन साथ ही मैंने भविष्य के लिए एक बात भी सीख ली कि मैं ऐसे ही मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ूंगा.
'मैं कोई बहस नहीं करना चाहता'
मांझी ने एक बार कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाना नीतीश कुमार की बड़ी भूल थी, इस पर बिहार के पूर्व सीएम ने कहा, 'मैं किसी बहस में नहीं पड़ना चाहता हूं, जनता को ही फैसला करने दीजिए कि उनके लिए क्या अच्छा है क्या बुरा है. मैंने मांझी के साथ क्या किया और उन्होंने मेरे साथ क्या कर डाला. सब कुछ सबके सामने ही है, जनता से कुछ छुपाया नहीं जा सकता.'