16 अप्रैल को बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने दो
टेलीविजन इंटरव्यू दिए, इनमें उन्होंने 2002 में गुजरात दंगों में अपनी
भूमिका से लेकर खुद को पार्टी से बड़ा दिखाने की धारणा तक कई सवालों के जवाब
दिए. अधिकतर विषयों पर जवाब विश्वास के साथ दिए गए, पर गुजरात दंगों पर
लडख़ड़ा गए. दोनों इंटरव्यू में गुजरात के मुख्यमंत्री बड़ी सफाई से इस विषय
से दूर रहे. पेश है अंश:
पार्टी से बड़ा होने पर
टीवी9
“मोदी तो सिर्फ प्रतिनिधि है, समर्थक लाखों हैं. मोदी बीजेपी से बड़ा कभी नहीं हो सकता. भला कोई बेटा अपनी मां से बड़ा हो सकता है?”
आडवाणी जैसे वरिष्ठ बीजेपी नेताओं को हाशिए पर धकेलने पर
टीवी9
“मैं जो कुछ भी हूं, उनकी वजह से हूं. मैंने इन वरिष्ठ नेताओं से सीखा है और इनकी मदद से यहां तक पहुंचा हूं. बीजेपी का एक संविधान है, सारे फैसले एक व्यक्ति कभी नहीं लेता.”
चुनाव में बीजेपी की संभावनाएं
एएनआइ
“कांग्रेस के इतिहास में यह सबसे खराब और बीजेपी तथा एनडीए के इतिहास में सबसे अच्छा प्रदर्शन होगा.”
गुजरात दंगे
एएनआइ
“मैं मौन नहीं था. मैंने 2002 से 2007 तक देश के हर नामी पत्रकार के सवालों के जवाब दिए, लेकिन मैंने देखा कि सच को कोई समझना नहीं चाहता. मुझे जो कहना था मैं कह चुका. अब मैं जनता की अदालत में हूं और उनका फैसला सुनने का इंतजार कर रहा हूं.”
टीवी 9
आपने खेद जताया है, लेकिन माफी नहीं मांगी. ये लोग माफी की मांग कर रहे हैं.
मोदी ये लोग कौन हैं?
टीवी 9 कांग्रेस.
मोदी कांग्रेस से कोई मुझसे मिलने नहीं आया. न उन्होंने इसके बारे में कोई बात ही की है. कांग्रेस के लोगों को पहले अपने पापों का हिसाब देना चाहिए, फिर दूसरों से मांगना चाहिए.
दागी नेताओं से निबटने के लिए विशेष अदालतों का गठन
एएनआइ
“इसका मकसद बदला लेना या विरोधियों पर मुकदमे ठोंकना नहीं है, इसका मकसद सिस्टम को साफ करना है.”
रॉबर्ट वाड्रा के बीजेपी के निशाने पर होने को लेकर
टीवी9
“मैं किसी को प्रमाणित करने या किसी पर आरोप लगाने वाला कौन होता हूं. मुझे बदला लेने की यह सोच पसंद नहीं है.”
चुनाव प्रचार में काला धन लगाने का कांग्रेस का आरोप
एएनआइ
“अगर आप कांग्रेस से पूछेंगे, तो वे कहेंगे 15,000 करोड़ रु. और फिर 20,000 करोड़ रु. वे जो चाहे संख्या कह देंगे. कांग्रेस की सरकार में 25 दिन बचे हैं. मेरा अनुरोध है जांच कर के देख लो, दूध का दूध और पानी का पानी कर दो.
अयोध्या में राम मंदिर बनाने जैसे हिंदुत्व के लक्ष्यों को बीजेपी चुनाव घोषणापत्र में उभारने पर
टीवी9
“जब मैं गुजरात विधानसभा चुनाव में रैलियों में भाषण देता था, तो छह करोड़ गुजरातियों को संबोधित करता था. इसी तरह जब मैं भारतीयों को संबोधित करता हूं, तो 125 करोड़ भारतीयों को संबोधित करता हूं बल्कि हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाइयों को कतई नहीं.”
बीजेपी को सहयोगी मिलने में कठिनाई होगी
एएनआइ
“एआइएडीएमके और बीजेपी की विचारधारा भले ही अलग है, लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर जयललिता जी के साथ मेरे संबंध बहुत अच्छे हैं.”
टीवी9
“यह शायद चुनाव से पहले का सबसे बड़ा गठबंधन है. भारत के इतिहास में पहली बार 25 दल एक साथ जुटे हैं. आपको इसे उपलब्धि के तौर पर देखना चाहिए.”