
कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच सीबीआई से कराने की मांग तेज होती जा रही है. इस संबंध में मृतक अफसर के परिजनों ने पीएम नरेंद्र मोदी एक ईमेल भेजा है. इस मामले में परिजन आज लखनऊ में केस भी दर्ज कराएंगे. इससे पहले कर्नाटक से सांसद शोभा करंदलाजे ने यूपी के सीएम आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इस केस जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी.
सांसद शोभा करंदलाजे ने लिखा था कि कर्नाटक के नगवार में फूड एंड सप्लाई विभाग में डायरेक्टर के पद पर तैनात अनुराग तिवारी करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश करने वाले थे. वह अनाज तस्करों की आंख के किरकिरी बन चुके थे. हो सकता है कि घोटाले के पर्दाफाश होने के डर से उनकी हत्या कर दी गई हो. कनार्टक के सीएम सिद्धरमैया ने भी यूपी के सीएम आदित्यनाथ को पत्र लिखकर केस को गंभीरता से जांच कराने की मांग की थी.
कर्नाटक सरकार ने दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अभिराम जी शंकर और पंकज पांडेय को आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत के प्रकरण की जांच के लिए यूपी भेजा है. दोनों वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों ने लखनऊ में मंडलायुक्त से मुलाकात की है. उसके बाद वे अनुराग के गृहनगर बहराइच चले गए. इधर, लखनऊ पुलिस ने इस केस की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है. इसमें यूपी पुलिस के 5 अधिकारी शामिल हैं.
72 घंटे में रिपोर्ट देगी एसआईटी टीम
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि हजरतगंज पुलिस स्टेशन के सर्किल आफिसर के नेतृत्व में पांच अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम का गठन कर दिया गया है. इस टीम को कहा गया है कि वह घटना के हर पहलू की गहन जांच करें और अपनी रिपोर्ट 72 घंटे में उन्हें सौंपे. मृतक आईएएस अनुराग तिवारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका. उनका विसरा सुरक्षित रख लिया गया है, जिसकी जांच कराई जा रही है.
फोरेंसिक लैब भेजे गए विसरा और खून
बुधवार देर रात चार डाक्टरों के पैनल ने अनुराग तिवारी का पोस्टमार्टम किया था. पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों की टीम ने मौत की वजह दम घुटना बताया है. विसरा और खून के नमूने चिकित्सकीय विश्लेषण के लिए सुरक्षित रख लिए गए हैं. मृतक के हर्ट को भी आगे जांच के लिए सुरक्षित कर लिया गया है. सभी नमूने विशेष जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजे गए हैं, ताकि मौत की असल वजह का पता किया जा सके.
परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
इससे पहले भी अनुराग तिवारी के पिता और भाभी ने उनकी मौत पर संदेह जताते हुए कहा था कि उनकी हत्या की गई है. पुलिस को इसकी जांच करनी चाहिए. मौत का मुद्दा विधानसभा में भी उठा. संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा में कहा कि दिवंगत अधिकारी कर्नाटक में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश करने वाले थे. बताया जा रहा है कि उन्होंने 200 करोड़ के घोटाले का खुलासा किया था.