
कप्तानी के संकट के अलावा टीम में गुटबाजी, खराब प्रदर्शन और प्रशासनिक अनियमितता से जूझ रही श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पहली बार वर्ल्ड कप में मजबूत टीमों में शुमार नहीं की जा रही और उसे अपना दमखम दिखाने के लिए किसी चमत्कार की जरूरत होगी. श्रीलंका को पहला मैच एक जून को न्यूजीलैंड से खेलना है.
वर्ल्ड कप में हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने वाली श्रीलंका ने एक बार खिताब जीता और दो बार उपविजेता रही, जबकि एक बार सेमीफाइनल में पहुंची. इस बार वह सबसे कमजोर टीमों में से है.
चयनकर्ताओं ने दिनेश चांडीमल और निरोशन डिकवेला जैसे बड़े खिलाड़ियों को बाहर कर दिया लिहाजा आखिरी बार 2015 में विश्व कप खेलने वाले दिमुथ करुणारत्ने के हाथ में टीम की बागडोर होगी.
इस साल की शुरुआत तक अलग अलग प्रारूपों में चांडीमल और डिकवेला टीम के कप्तान थे, लेकिन इसके बाद लसिथ मलिंगा को कमान सौंपी गई और तब से श्रीलंका लगातार 12 मैच हार गया है. पिछले दो साल में अलग-अलग प्रारूप में श्रीलंका ने नौ कप्तान देखे जिससे पता चलता है कि संकट किस कदर गहरा है.
इस पर एंजेलो मैथ्यूज और मुख्य कोच चंदिका हाथुरूसिंघा के मतभेदों ने समस्या बढ़ा दी है. हथुरासिंघे ने चांडीमल को कप्तान के तौर पर पहली पसंद बताया था. उनकी टीम में करुणारत्ने के लिए जगह भी नहीं थी. अब देखना यह है कि ये कैसे मिलकर टीम को जीत की राह पर ला पाते हैं.
सनत जयसूर्या जैसे शानदार खिलाड़ी समेत कई पर भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण श्रीलंकाई क्रिकेट गहरे संकट के दौर से जूझ रहा है. विश्व कप 2015 के बाद से 84 में से 55 वनडे हार चुकी श्रीलंकाई टीम मई 2016 के बाद से एक भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं जीती है. आखिरी वनडे उसने पिछले साल अक्टूबर में जीता था .
यही नहीं 2017 में जिम्बाब्वे ने उसे 3-2 से हरा दिया. इस साल उसे सारे 8 वनडे में पराजय झेलनी पड़ी. ऐसे में टीम को मैथ्यूज और मलिंगा से प्रेरणा लेनी होगी. कप्तानी से हटाS गए मलिंगा ने हाल ही में आईपीएल फाइनल में शानदार आखिरी ओवर डालकर मुंबई इंडियंस को एक रन से जीत दिलाई. विश्व कप में दो बार हैट्रिक लगा चुके मलिंगा और पूर्व कप्तान मैथ्यूज अपने आखिरी विश्व कप को यादगार बनाना चाहेंगे.
श्रीलंका टीम -
दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), एंजेलो मैथ्यूज, लसिथ मलिंगा, थिसारा परेरा, कुशल परेरा, धनंजय डिसिल्वा, कुशल मेंडिस, इसुरू उदाना, मिलिंदा सिरिवर्धने, अविष्का फर्नांडो, जीवन मेंडिस, लाहिरू थिरिमाने, जैफरी वेंडरसे, नुवान प्रदीप, सुरंगा लकमल.