
बकरीद यानी ईद-उल अजहा करीब है. कुर्बानी की तैयारियां शुरू हो गई हैं. मुस्लिम समाज के लोग बकरीद के मौके पर नमाज पढ़ने के साथ बकरों या दूसरे मवेशियों की कुर्बानी देते हैं. मगर, इस बार कुर्बानी को लेकर मुस्लिम समाज के बीच संशय का माहौल है. खासकर यूपी को लेकर स्थिति स्पष्ट नजर नहीं आ रही है.
हाल ही में ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिसे-मुशावरत (AIMMM) की मीटिंग हुई, जिसमें मुसलमानों से बकरीद के मौके पर गोवंश की कुर्बानी न करने की अपील की गई. मगर मीटिंग में गोरक्षा के नाम पर सामने आई हिंसक घटनाओं पर भी चिंता जाहिर की गई. AIMMM के जनरल सेक्रेटरी मौलाना अब्दुल हमीद नोमानी ने बताया कि मुसलमानों में इस बार बकरीद पर कुर्बानी को लेकर खौफ का माहौल है. उनके मुताबिक, खासकर यूपी को लेकर हालात काफी नाजुक नजर आ रहे हैं. मौलाना नोमानी ने केंद्र और सभी राज्य सरकारों से कुर्बानी को लेकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है. साथ ही इस धार्मिक अधिकार को बिना भय के इस्तेमाल करने की स्थिति सुनिश्चित करने भी अपील की.
वहीं दूसरी तरफ जमीयत उलेमा-ए हिंद ने भी मुसलमानों के लिए बकरीद के संबंध में अपील जारी की है. जमीयत ने मुसलमानों से सफेद मवेशी यानी गोवंश की कुर्बानी न करने की गुजारिश की है.
अपील में लिखा गया है, ''अगर किसी जगह उपद्रवी तत्व काले जानवर की कुर्बानी से भी रोकते हैं तो कुछ समझदार और बाइज्जत लोगों के द्वारा प्रशासन को भरोसे में लेकर कुर्बानी की जाए.''
जमीयत उलेमा-ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने आजतक से बताया कि उन्होंने मुसलमानों से गोवंश की कुर्बानी न देने की अपील की है. खासकर यूपी में खौफ के माहौल की बात को दरकिनार करते हुए उन्होंने बताया, ''प्रशासन हमारे साथ है. हमने लोगों से कहा है कि अगर कुर्बानी में कोई अड़चन पैदा करता है तो प्रशासन के पास जाएं और उनकी मदद से कुर्बानी करें.''
मौलाना अरशद मदनी ने यूपी में योगी सरकार से किसी भय के माहौल की बात को हालांकि दरकिनार किया. मगर उन्होंने मुसलमानों से ये जरूर कहा कि जहां पहले से कुर्बानी होती आई हैं, वहां हर हाल में कुर्बानी करें.
बता दें कि यूपी में योगी सरकार आने के बाद अवैध बूचड़खानों को बंद करा दिया गया था. जिसके बाद कई जगह से शादियों में भी मुस्लिम समाज के लोगों को जानवर काटने के लिए प्रशासन की परमिशन लेनी पड़ी थी. कई जगह प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया था. वहीं राजस्थान के अलवर में गोवंश की तस्करी के आरोप में एक शख्स को पीट-पीटकर मार देने की घटना सामने आई थी. जिसके बाद अब बकरीद के मौके पर कुर्बानी को लेकर लोगों में संशय की स्थिति है. इस बार 2 सितंबर को बकरीद मनाई जाएगी.