
रिलायंस जियो का मुकाबला करने के लिए आइडिया और वोडाफोन मर्जर का ऐलान कर
चुके हैं. इस मर्जर से देशभर में फैले आइडिया और वोडाफोन से बड़ी संख्या
में लोगों की सेवाएं समाप्त हो सकती हैं. दोनों कंपनियों के मर्जर से जुड़े
लोगों का मानना है कि देश में तीन लाख से ज्यादा लोग टेलिकॉम इंडस्ट्री
में नौकरी करते हैं. लेकिन अगले 18 महीने की मर्जर प्रक्रिया के दौरान
टेलिकॉम इंडस्ट्री से 10,000 से 25,000 लोगों की नौकरी पर तलवार लटक रही
है.
मोबाइल की दुनिया में रिलायंस जियो की सस्ती कल दरें और फ्री इंटरनेट के ऑफर्स से पूरे टेलिकॉम इंडस्ट्री में हंगामा मचा है. अभी तक टेलिकॉम के दिग्गज एयरटेल की वार्षिक कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा मोबाइल इंटरनेट सर्विस से आता था. लेकिन रिलायंस जियो की 4जी सर्विस के साथ मार्केट में री-एंट्री से एयरटेल और अन्य मोबाइल कंपनियों के सामने कड़ी चुनौती है.
देश की टेलिकॉम इंडस्ट्री का वार्षिक रेवेन्यू 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपये है. उसके खर्च में सबसे बड़ा हिस्सा लगभग 35,000 करोड़ रुपये मैनेजर्स और कर्मचारी पर खर्च होता है.
गौरतलब है कि टेलिकॉम सेक्टर की दिग्गज कंपनी एयरटेल में कर्मचारियों की संख्या 19,000 है जबकि आइडिया में 17,000 और वोडाफोन में 13,000 कर्मचारी हैं. वहीं इंडस्ट्री की बाकी कंपनियों में एयरसेल में 8,000, आरकॉम में 7,500 और टाटा टेली में 5500 लोग नौकरी करते हैं.